

*पटना :* इशिता किशोर बिहार से हैं। घर और ननिहाल बिहार ही है। पिता एयरफोर्स में थे इसलिए शिक्षा बिहार के बाहर हुई। टॉप 2 में बिहार की दो बेटियां शामिल हो गई हैं। दोनों सफलता से पूरा बिहार गौरवान्वित है।
UPSC टॉपर इशिता किशोर मूल रूप से बिहार की बेटी हैं। दादा की तरफ से भी और नाना की तरफ से भी। ग्रेटर नोएडा के जलवायु विहार में यह परिवार रहता है, लेकिन इशिता मूल रूप से पटना सिटी की रहने वाली हैं। पटना सिटी, मतलब पटना साहिब। और, ननिहाल मूल रूप से सासाराम है। नाना पटना में न केवल रहे, बल्कि एक जमाने में शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी भी थे। इशिता का ननिहाल परिवार लंबे समय तक झारखंड के गुमला में भी रहा।
पिता विंग कमांडर थे, अब इस दुनिया में नहीं
पिता एयरफोर्स में विंग कमांडर थे, इसलिए एयरफोर्स बाल भारती स्कूल से पूरी स्कूली शिक्षा हासिल की है। पिता अब इस दुनिया में नहीं। इशिता जब छोटी थीं, तभी पिता का साया सिर से उठ गया। मां ने इशिता को पढ़ा-लिखाकर इस मुकाम तक पहुंचाया। इशिता की मां ज्योति किशोर ने बताया, “मैं बहुत खुश हूं। बेटी इशिता की बहुत अच्छी तैयारी रही है और वो हमेशा इसके प्रति फोकस्ड भी रही है। उन्होंने कहा कि पूरा परिवार हमेशा इशिता के लिए सपोर्टिव रहा है। सारे लोग बहुत सपोर्ट करते हैं। एक मां के रूप में जो करना चाहिए वो मैंने भी किया।”
घर पर दादा-पिता के नाम का बोर्ड, बेटी का शायद लगे
पुश्तैनी घर सिटी में चौक थाना क्षेत्र के लोदीकटरा पुलिस चौकी के पास हरनाहा टोला में अब सिर्फ घर के बाहर सेवानिवृत चीफ टेलकॉम सुपरवाइजर दादा स्वर्गीय नवल किशोर प्रसाद और विंग कमांडर पिता स्वर्गीय संजय किशोर का एक नेमप्लेट ही लगा है, आज की दुनियादारी के हिसाब का कोई अपना वहां नहीं। स्व. संजय किशोर की चाची मिलीं। उन्हें भी रात तक पता नहीं था कि उनके वंश की बेटी ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। स्व. संजय किशोर की चाची प्रतिमा देवी ने बताया कि इशिता का बिहार आना-जाना बहुत कम होता है। रिश्तेदारी में कहीं शादी-ब्याह में कभी कभार आते हैं वह लोग। पढ़ाई पर ध्यान देने के कारण ही यह उपलब्धि है। इशिता अपनी मां के साथ पूर्णिया एक शादी में भी आई थी।
*पटना गर्दनीबाग के नामी समाजसेवी की नतिनी है इशिता*
इशिता तो गर्दनीबाग पटना के साधनापुरी मोहल्ला की ही नतिनी है। इशिता की ननिहाल तरफ से जीजाजी अंकुर बक्सर में थे, उन्होंने मोबाइल कॉल पर बताया कि इशिता के नानाजी स्वर्गीय बनवीर प्रसाद गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी चित्रगुप्त पूजा समिति के संरक्षक और गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी वासंती दुर्गापूजा समिति के प्रथम अध्यक्ष थे। इशिता की सफलता से सभी बिहारवासी गदगद हैं।
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