

रिपोर्ट अरविंद सिंह
तिसरा। बीसीसीएल प्रबंधन की लापरवाही के शिकार हुआ घनुडीह एक नंबर बिजली घर।लगभग 50 घंटे बितने के बाद भी क्षेत्रीय प्रबंधक चोरी गई ट्रांसफार्मर की लिखित शिकायत पुलिस से नही किया। आरोप प्रत्यारोप की तीर कमान एक दूसरे पर चलाते दिखे फोरमैन और परबंधक। बताते चलें कि घनुडीह परियोजना भू धसासन वा अग्नि परभावित होने के कारण लगभग पांच साल से बंद पड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में लगभग पांच सो परिवार दैनिक मजदूरी कर अपनी जीवन यापन करते हैं। जिसे जरेड़ा के तहत प्रबंधन को बेलगड़िया टॉनशिप मे बसाना है। लेकिन प्रबंधन की लापरवाही के कारण आज भी तीन सो लोग भू धसान वा अग्नि परभावित क्षेत्र में रहने को मजबूर हैं। कई बार विस्थापन को लेकर प्रबंधक से वार्ता हुई। जिसके बाद प्रबंधक ने लोगों को आश्वासन दिया था कि जबतक विस्थापन नही किया जाता है तबतक क्षेत्र में रह रहे लोगों को पानी बिजली कटौती नहीं किया जाएगा। लेकिन आज चोरी की घटना को तीन दिन बीत जाने के बाद भी नाही बिजली घर को देखने के लिए कोई अधिकारी पहुंचे और नाही लोगों की हालचाल पूछने। जिससे स्थानीय लोगों की धैर्य का बांध टूट रहा है। वही प्रबंधन के प्रति लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। वही घटना के बारे मे अभियंता आशीष कुमार को पुछे जाने पर बताया कि घटना की जानकारी मिली है लेकिन फिलहाल मै छुट्टी में अपने गांव में हू। ऐसा कहते हुए अपनी पल्ला झाड़ लिया। इसके पूर्व में भी 16 सितंबर को चोरों द्वारा बिजली घर को अपना निशाना बनाते हुए लगभग दस हजार रुपए की लागत सामानों की चोरी कर अपने साथ लेकर चलते बने थे। उस समय भी परबंघक नही किया था थाना को लिखित शिकायत। वही स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रबंधन समय रहते क्षेत्र में नियमित बिजली बहाल करती है तो आने वाले दिनों में जोरदार तरीके से उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी वजह प्रबंधक होगा।

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