

*अंतर्कथा प्रतिनिधि (श्रीकांत यादव)*
बांका/जयपुर थाना झेत्र के कोल्हासार पंचायत अन्तर्गत दौनिहार गांव के सिटबनवां टोले के पास पुल नहीं होने के कारण ग्रामीणों मे आक्रोश है। वही गांव मे सरकारी स्कूल नहीं होने के कारण बच्चों को पांच किलोमीटर दूर मालवथान व पड़रियामोंड़ पढ़ने जाना पड़ता है जिनसे कुछ बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते है।ग्रामीणों ने बताया कि गांव के मुख्य रास्ते पर पुल नहीं होने से किसी भी बिमार सदस्य व गर्भवती महिलाओं को हॉस्पीटल ले जाने मे बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस गाँव के नदी वाले रोड से जोगीकुपा,तेतरीया,मुरलीकेन से कोल्हासार पंचायत आने-जाने के एक ही मुख्य रास्ता है जिनमे पुल की अति आवश्यक्ता है। कोई विशेष काम से मालवथान हाट व कटोरिया बांका जाना हो तो खराब रास्ते व नदी पड़ जाने से देर हो जाती है। जिनसे बनते काम भी बिगड़ जाते है। राहगीर नदी के खाई मे आने-जाने के क्रम मे गिर जाते है।बरसात के दिनों में ये परेशानी इतनी बढ़ जाती हैं कि कई दिनों तक आवागमन पुरी तरह बाधित हो जाती है। ग्रामींणों ने बताया की बिमार वयक्ति या महिला को समय पर इलाज के लिए डॉक्टर के पास नही पहुंचाने पर इस क्षेत्र के कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। इस नदी के पुल को लेकर ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से सांसद से लेकर विधायक तक से कई बार चर्चा की गयी लेकिन ग्रामीणों की ये समस्या जस की तस बनी हुयी है। पुल की मांग करने वाले ग्रामीणों मे शामिल शुरेश यादव, गुल्ली यादव, जर्नाधन यादव, पिंटू यादव, तारणी यादव,अरुण यादव, सालेंन्दर यादव ,बरूण यादव, जुलफी यादव, लटलू यादव, शांती देवी,सुशीला देवी,मंजू देवी एवं सारे ग्रामीण शामिल हैं।

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