

दिलीप गिरि , उमेश गिरि
ग्राम पंचायत जियलगढा के गोसाईडीह, बैंक कॉलोनी काली मंदिर एवं शिव मंदिर प्रांगण में बड़े बुजुर्गों की अगुवाई में दुर्गा पूजा करते हैं आज भी यहां मां दुर्गा की कंधा विसर्जन परंपरा है यहां की परंपरा है महिलाएं सक्रिय रुप से तालाब तक मां के विसर्जन में जयकारा लगाकर तलाब तक जाती है पुरुषों की अपेक्षाएं महिलाओं की संख्या अधिक होती है यहां पर कलश स्थापना से 10 दिनों तक मां दुर्गा की सभी वैष्णवी स्वरूप की पूजा होती है संध्या होने पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है मां के विदाई के दिन महिलाएं सक्रिय रुप से सिंदूर खेला करती है सभी लोगों के आपसी तालमेल के साथ मां दुर्गा की भव्य रुप से 10 दिनों तक उत्सव मनाया जाता है और भंडारे का भी आयोजन होता है बड़े बुजुर्गों व वरीय नागरिकों के नेतृत्व में पूजा होती है।
पूजा कमेटी के सभी सदस्य एवं गार्जियन तन मन धन के साथ पूजा की व्यवस्था में लगे रहते हैं एवं पंचायत के सभी लोगों का भरपूर योगदान रहता है एवं भजन मंडली के द्वारा संध्या आरती के बाद भजन की प्रस्तुति की जाती है।
यहां की पूजा सादगी पूर्ण और अपने आप में अनूठी पूजा है।

5 /10 /22 को 3:00 बजे से सिंदूर खेला उसके पश्चात माता की विदाई

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