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धनबाद में असर्फी हॉस्पिटल द्वारा शिक्षकों का अभूतपूर्व सम्मान: एक ऐतिहासिक पहल

Byadmin

Sep 4, 2025

“शिक्षक हमारे समाज की बुनियाद हैं। उनका ज्ञान, अनुशासन और नैतिकता ही हमारी नई पीढ़ियों को आकार देती है और भविष्य की दिशा तय करती है।:-हरेंद्र सिंह (मुख्य कार्यकारी अधिकारी,असर्फी हॉस्पिटल)

धनबाद में पहली बार, शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों के सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसने पूरे शहर का ध्यान आकर्षित किया। असर्फी हॉस्पिटल ने यह पहल कर एक नया इतिहास रचा, जहाँ समाज के सच्चे निर्माताओं—शिक्षकों—को उनकी निस्वार्थ सेवा और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया। इस ऐतिहासिक समारोह में धनबाद के लगभग 30 प्रतिष्ठित विद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षकों ने भाग लिया।

इस अवसर पर विभिन्न सरकारी और अंतरराष्ट्रीय स्कूलों और कॉलेजों के प्राचार्य और शिक्षक सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जिससे यह आयोजन और भी भव्य बन गया।

असर्फी हॉस्पिटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) श्री हरेंद्र सिंह ने इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “शिक्षक हमारे समाज की बुनियाद हैं। उनका ज्ञान, अनुशासन और नैतिकता ही हमारी नई पीढ़ियों को आकार देती है और भविष्य की दिशा तय करती है।

यह सम्मान समारोह उन सभी गुरुओं के प्रति हमारी कृतज्ञता व्यक्त करने का एक छोटा-सा प्रयास है, जिनके मार्गदर्शन के बिना प्रगति की कल्पना अधूरी है। स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों ही एक सशक्त समाज के निर्माण के लिए आवश्यक हैं। असर्फी हॉस्पिटल ने स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान देने का संकल्प लिया है, और यह सम्मान समारोह उसी दिशा में एक कदम है।”

यह कार्यक्रम केवल एक सम्मान समारोह नहीं था, बल्कि यह पूरे धनबाद के लिए गर्व का क्षण था। यह संदेश देता है कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र भी शिक्षा के महत्व को समझता है और समाज के इन दो महत्वपूर्ण स्तंभों—स्वास्थ्य और शिक्षा—का सहयोग ही एक बेहतर और मजबूत भविष्य की नींव रख सकता है।

इस समारोह में कई जाने-माने और सम्मानित शिक्षक उपस्थित थे, जिन्होंने वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। उपस्थित अतिथियों में प्रोफेसर जी.सी. झा और प्रोफेसर वाई. झा (पी.के. रॉय कॉलेज से सेवानिवृत्त), प्रोफेसर एस.के. चोपड़ा (बीबीएमकेयू के पूर्व डीन), और डॉ. उषा शर्मा (बीएसएस कॉलेज से सेवानिवृत्त) जैसे अनुभवी शिक्षक शामिल थे।

सरकारी विद्यालयों से श्री दिलीप कुमार कर्ण (जिन्हें प्रखंड, जिला और राज्य स्तरीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है), श्री कुमार वंदन (प्रभारी प्रधानाध्यापक), श्री रोहित कुमार और श्री राजेश कुमार (पीएम श्री सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक) जैसे शिक्षक भी सम्मानित किए गए।

निजी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों में श्री सुमंत कुमार मिश्र (राजकमल स्कूल), डॉ. प्रशांत कुमार (मोंट फोर्ट एकेडमी), श्री एन.एन. श्रीवास्तव (डीएवी कोयला नगर) और श्रीमती कविता (पी.के. रॉय) का सम्मानित किया गया। इसके अलावे, श्रीमती रीना श्रीवास्तव और श्री सरयू महतो (सेंट एंथोनी स्कूल), श्रीमती सीमा शर्मा (डीपीएस स्कूल), और श्रीमती सुप्रिया लाल (कार्मेल) जैसी शिक्षिकाओं को भी उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सराहा गया।

यह आयोजन एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे स्वास्थ्य सेवा संस्थान भी सामाजिक जिम्मेदारी निभा सकते हैं और समाज के उन नायकों को सम्मान दे सकते हैं जो अक्सर पर्दे के पीछे रहकर देश के भविष्य का निर्माण करते हैं। असर्फी हॉस्पिटल की यह पहल निश्चित रूप से अन्य संगठनों के लिए भी एक मिसाल कायम करेगी। यह समारोह इस बात का प्रमाण है कि शिक्षकों का सम्मान सिर्फ एक दिन का नहीं, बल्कि हर दिन का होना चाहिए।


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