

(उमेश गिरी)
गोविंदपुर,रक्षाबंधन के पावन पर्व पर, महर्षि मेंही विद्यापीठ, लोहारडीह, कोला कुसमा की छात्राओं ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों के साथ एक अनूठा और सराहनीय पहल की। छात्राओं ने CISF बैरक में जाकर सैनिकों को अपने हाथ से बनाई हुई राखियाँ बांधीं, जो भाई-बहन के अटूट प्रेम और कर्तव्यनिष्ठा के बंधन का प्रतीक है। इस अवसर पर विद्यालय की ओर से भी बड़ी संख्या में राखियां जवानों को भेंट की गईं।
यह पहल न केवल त्यौहार की भावना को दर्शाती है, बल्कि उन सैनिकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता भी व्यक्त करती है, जो अपने परिवारों से दूर रहकर देश की सुरक्षा में दिन-रात लगे रहते हैं। इन जवानों को अपनी बहन और परिवार से दूर रहकर भी, इस पर्व पर छात्राओं द्वारा बांधी गई राखियों से एक भावनात्मक सहारा मिला।

इस भावुक क्षण में, विद्यालय के शिक्षकों और छात्राओं ने CISF के वरिष्ठ अधिकारियों से भेंट की और उन्हें विद्यालय द्वारा बनाई गई समस्त राखियां समर्पित कीं। यह भेंट सैनिकों के प्रति विद्यालय की गहरी संवेदना और सम्मान को दर्शाती है।

CISF के कमांडेंट ने इस आयोजन के लिए महर्षि मेंही विद्यापीठ की छात्राओं और प्रबंधन की भरपूर सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही प्रेरणादायक कदम है जो समाज को सैनिकों के त्याग और बलिदान के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। उन्होंने बताया कि इस तरह की पहल से सैनिकों का मनोबल बढ़ता है और उन्हें एहसास होता है कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। कमांडेंट ने छात्राओं को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को सामाजिक जिम्मेदारी का एहसास कराना और उनमें देश सेवा और सम्मान की भावना जागृत करना था। यह कार्यक्रम यह भी दर्शाता है कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह छात्रों में मानवीय मूल्यों और सामाजिक चेतना का विकास भी करती है।
यह कार्यक्रम सैनिकों और आम नागरिकों के बीच एक मजबूत पुल का काम करेगा। राखी का यह पवित्र धागा सिर्फ सूत का धागा नहीं है, बल्कि यह आपसी प्रेम, सम्मान और विश्वास का प्रतीक है। यह कार्यक्रम इस बात का एक सुंदर उदाहरण है कि कैसे एक छोटा सा प्रयास समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है और लोगों के दिलों को जोड़ सकता है।
यह पहल महर्षि मेंही विद्यापीठ के संस्कारों और मूल्यों को दर्शाती है, जहाँ विद्यार्थियों को देशप्रेम और सामाजिक जिम्मेदारी की शिक्षा दी जाती है। यह आयोजन भविष्य के लिए एक प्रेरणा है कि कैसे हम अपने समाज के सच्चे नायकों का सम्मान कर सकते हैं।
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