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मुद्दा : सर्विस रोड नहीं होने से लिलोरी स्थान आने जाने वाले श्रद्धालुओं की किरकिरी , होती है भारी असुविधा, हर पल जान जोखिम का बना रहता है खतरा

Byadmin

May 14, 2025

 

 

धनबाद : कतरास का लिलोरी मंदिर धनबाद जिले का एक महत्त्वपूर्ण धामों में से एक है। यह धनबाद जिले के कतरास में स्थित है। हर रोज यहाँ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। दूर दराज से श्रद्धालु माँ लिलोरी के दरबार मे आकर मत्था टेकते हैं और आशीर्वाद लेते हैं। लिलोरी मंदिर पहुँचने के लिए कतरास राजगंज मुख्य मार्ग है। लेकिन मंदिर जाने के लिए एनएचएआई ने सर्विस रोड नहीं दिया है, जिसके कारण कतरास राजगंज मुख्य मार्ग गौशाला पुल के समीप अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। लिलोरी मंदिर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं से भरा यात्री वाहन सीधे एनएच 32 में उतरता है। जिससे राजगंज से कतरास की ओर आने वाले वाहन की टक्कर अक्सर श्रद्धालुओं से भरे वाहनों से हो जाती है।

लिलोरी मंदिर के समीप स्थित नगर निगम का अमृत पार्क भी इससे प्रभावित होता है। इस संबंध में पार्क संचालक अर्जुन महतो कहते हैं कि सर्विस रोड नही रहने के कारण पार्क आने वाले लोग व मंदिर आने जाने वाले लोग शॉर्टकट रास्ता अपनाते हैं। लिलोरी स्थान फाटक के पास ही गलत रास्ता को पकड़ कर विपरीत दिशा से पार्क या मंदिर की ओर आते हैं जिससे अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। पार्क संचालक व आम जनता ने विभाग से उक्त स्थल के पास ओवर ब्रिज बनवाने का मांग किया है ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाया जा सके।

*लोगों ने एनएचएआई व अशोका बिल्डकॉन पर जनता की आवश्यकताओं की अनदेखी का आरोप लगाया*

सर्विस रोड सहित अन्य कई मामलों को लेकर आम लोगों ने एनएचएआई व अशोका बिल्डकॉन पर आरोप लगाते हुए कहा कि एनएचएआई व अशोका बिल्डकॉन के द्वारा आमलोगों की समस्याओं को ध्यान में नही रखा गया। सर्विस लेने दिया गया होता तो श्रद्धालुओं के साथ साथ आम लोगों को भी इसका बहुत फायदा पहुंचता और दुर्घटनाओं में कमी देखने को मिलता। बता दे कि एनएचएआई ने सड़क बनाने का कार्य अशोका बिल्डकॉन कंपनी को दिया था।


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