

आज चिरकुडा के अग्रसेन भवन में 11जोड़ो का सामूहिक विवाह सम्पन्न हुआ, यह विवाह कार्यक्रम पूरी तरह से पर्यावरण के नियमों के पालन करते हुए, सादगी के साथ पवित्रम सेवा परिवार के संस्थापक श्री अजय भरतिया के मार्गदर्शन में हुआ,सर्वप्रथम सभी जोड़ो को तुलसी पूजन एवं गौ पूजन करवाया गया, उसके बाद अग्नि फेरे संस्कार , सिंदूर दान इत्यादि कार्य सम्पन्न हुए, प्लास्टिक के सामानो का प्रयोग कम से कम प्रयोग हुआ, इस कार्यक्रम में समाज के कई गणमान्य व्यक्ति, महिलाये शामिल हुई, यह कार्यक्रम समाज को कई मायने में संदेश देने का कार्य करेगा, आजकल रात्रि में जो शादियां हो रही है उसमे सजावट, लाइटिंग के नाम पर हजारों, लाखो रूपये खर्च किये जाते है,मदिरा पीकर, भद्दे गानों पर खुली सड़को पर घंटों नाचने का कार्यक्रम किया जाता है, वही दिन में गोपूजन, तुलसी पूजन के साथ, सादकी पूर्वक यह समारोह उपस्थित सभी लोगों को एक सुखद अहसास करवाता है, विवाह हमारा एक बहुत ही पवित्रम संस्कार है, जहाँ पर एक लड़का एवं एक लड़की अग्नि की साक्षी में जीवन-भर साथ निभाने का वादा करते हुए, सात फेरे लेते है,अपने बड़ो का आशीर्वाद लेते है, इसकी मर्यादा को समाज में फिर से स्थापित करना है। आज हमारे समाज में विवाह के नाम अनावश्यक आडंबर बढ़ रहा है, विवाह रूपी समाजिक संस्कार की पवित्रता को खत्म कर दिया गया है, आज के इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला समिति (चिरकुंडा शाखा ), नारायणी लाडो परिवार (चिरकुंडा शाखा) की सभी बहनों एवं पवित्रम सेवा परिवार के सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया, कतरास से अशोक चौधरी, धनबाद से किशनवीरू संघयी, संजय सिंगल, किरण सिन्हा, राजेश सिंह भी शामिल हुए।
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