

पटना: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भले ही एनडीए के सदस्य हैं। बावजूद इसके उनका स्टैंड आरक्षण में ‘आरक्षण’ को लेकर गठबंधन से बिल्कुल अलग है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वो आरक्षण में ‘आरक्षण’ के खिलाफ हैं। वहीं, भाजपा के दूसरे घटक दल आरक्षण में ‘आरक्षण’ चाहते हैं। ताकि समाज के उन लोगों को भी आरक्षण का लाभ मिल सके, जो आरक्षण के बावजूद आरक्षण के लाभ से वंचित रह गए हैं। इस मुद्दे पर जीतन राम मांझी ने साफ कर दिया है कि बिहार की 18 जातियां जिन्हें आरक्षण की जरूरत है। वो इसके लाभ से आजादी के 76 साल बाद भी वंचित हैं। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान के आरक्षण नीति पर बदलाव का विरोध करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
*तालाब की बड़ी मछलियां छोटी मछलियों को खाकर मोटी हो रहीं’*

चिराग पासवान के आरक्षण में ‘आरक्षण’ की नीति पर विरोध पर जीतन राम मांझी ने कहा, ‘चिराग पासवान आरक्षण नीति पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। ये बिल्कुल गलत है।’ उन्होंने कहा, ‘हम लोग आरक्षण विरोधी नहीं हैं। हम लोग केवल ये चाहते हैं कि जिस तरह से तालाब की कुछ मछलियां बाकी मछलियों को खा कर मोटी हो रही हैं। इससे बाकी मछलियां खत्म या समाप्त हो जाती हैं। ठीक उसी तरह से बिहार में 18 जातियां हैं। जिसका कहीं कोई अता पता नहीं है। नौकरियों में, एमएलए में, एमपी में 4 जातियों ने ही सारी चीजों को हड़प लिया है।’

*जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान के फैसले पर उठाया सवाल*
जीतन राम मांझी ने दुख जाहिर करते हुए कहा, ‘आज आजादी के इतने वर्षों बाद भी देश में पिछड़ी जातियों का विकास नहीं हो सका। उन्होंने कहा, ‘बिहार की 18 जातियों की स्थिति जस की तस है।’ उन्होंने चिराग पासवान के विरोध पर सवाल उठाया। पटना एयर पोर्ट पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पूछा कि ‘क्या चिराग पासवान यही चाहते हैं? क्या यही न्याय है? क्या अति पिछड़ी जातियों की यही स्थिति बनी रहे? बड़ा भाई बेईमानी करके खाता रहे? और छोटा भाई को छोड़ दे?
*अब छोटा भाई अपने हिस्से का बंटवारा चाहता है: मांझी*
आरक्षण के बावजूद बिहार की 18 जातियां के आगे ना बढ़ पाने की समस्या से परेशान जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान के विरोध पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अब छोटा भाई बंटवारा चाहता है। ताकि उसे भी उसका हक मिल सके। उन्होंने ये बताने की कोशिश की कि चिराग पासवान बड़े भाई होने के नाते बिहार के अन्य छोटी जातियों के हिस्से पर कब्जे की वकालत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘इसलिए हम बंटवारा चाह रहे हैं।’ जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान को पिछड़ी जातियों में बड़ा भाई बताते हुए कहा, ‘आप बड़े भाई हैं, हमारा सारा हिस्सा खा रहे हैं। इसलिए अब गोतिया बनिए। जो आप हमारा हिस्सा खा रहे हो उसे छोड़ दो। हम 18 भाई हैं। अब हम 18 भाई भी मिलजुल कर खाएंगे।’
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