

मुंबई में रंगमंच की अपनी एक समृद्ध परंपरा रही है। नाट्य प्रेमी बड़ी संख्या में नाटक देखने के लिए थियेटर आते हैं और फिल्मों में काम करने वाले कलाकार भी नाटक करने से परहेज नहीं करते। समय निकालकर वे अपनी उर्जा का इस्तेमाल रंगमंच के लिए भी करते हैं। इसी क्रम में फिल्म अभिनेता विजय कुमार द्वारा निर्देशित नाटक अंत अनंत का मंचन देखने को मिला।
जॉन स्टेनबेक द्वारा लिखित इन नाटक प्रस्तुति मंच द्वारा की गई थी। विजय कुमार ने खुद इसमें दुदुन की भूमिका निभा रहे थे। निर्देशन के साथ साथ उनका अभिनय भी शानदार था, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया।

नाटक मूल रूप से प्रवासी मजदूरों और फैक्ट्री मालिकों के बीच चल रहे संघर्ष की कहानी को बयां करती है। प्रवासी मजदूर लगातार शोषित होने के लिए बाध्य है। कदम कदम पर उन्हें समझौता करना पड़ता हैऔर अपमान का घूंट पीना पड़ता है। अंधेरी वेस्ट स्थित आरामनगर के वेदा फैक्ट्री में इस नाटक को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे थे। विजय कुमार में अलावा इस नाटक में मुख्य भूमिका निभाने वाले कलाकारों में सुभम बर्नवाल, विश्वजीत पाटिल, अतुल सिंह, जिदन्यासा चिका, आशुतोष खरे, पुशी मित्रा आदि महत्वपूर्ण हैं।

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