

पटना. आज असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक विजय दशमी है। इस मौके पर पटना समेत कई जगहों पर प्रतिकात्मक रूप से रावण का वध किया जाता है। इस बार दो साल बाद यह पहला अवसर होगा, जिसमें रावण वध कार्यक्रम किया जा रहा है। कोरोना वायरस की वजह से पिछले दो सांकेतिक रूप से ही दुर्गा पूजा मनायी गयी थी। इसमें लोगों के प्रवेश को कोरोना वायरस की वजह से निषेध कर दिया गया था।
दो साल बाद बिहार समेत कई प्रदेशों में इस बार बड़े धूमधाम से दुर्गा पूजा मनायी जा रही है। आज यह पूजा का अंतिम दिन है। यानि कि आज दशहरा है। इस दिन प्रतिकात्मक रूप से रावण का वध किया जाता है। बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में आज विजय दशमी के अवसर पर रावण वध किया जाएगा। इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे।

रावण वध को देखने के लिए न केवल राजधानी से, बल्कि राज्य के कोने-कोने से काफी संख्या में लोग आएंगे। इस वर्ष रावण का पुतला 70 फीट का होगा। 65 फीट का मेघनाथ एवं 60 फीट का कुंभकर्ण होगा। इस कार्य में गया के कुशल हिंदू मुस्लिम कारीगर लगे हैं। आतिशबाजी का पूरा काम भी मुस्लिम कारीगर ही देखते हैं। इस वर्ष गांधी मैदान में बनने वाली सोने की लंका दो मंजिला होगी। उसे भव्य तरीके से सजाया जाएगा।

गांधी मैदान में दशहरा के मौके पर पहली बार वर्ष 1955 में ‘रावण वध’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके बाद अपरिहार्य कारणों के कारण तीन वर्ष छोड़ दें तो प्रतिवर्ष यह आयोजन होता आ रहा है। गांधी मैदान में आज कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच रावण दहन समारोह शाम 4.30 से 5.30 बजे के बीच संपन्न होगा।
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