

*झारखंड में स्वाइन फ्लू की दस्तक,मचा हड़कंप, अब तक 4 लोग पीड़ित, चल रहा है सुपर स्पेशयलिटी हॉस्पिटल में इलाज*
झारखंड में स्वाइन फ्लू की दस्तक के साथ ही हड़कंप मच गया है. बोकारो, रांची और गिरिडीह जिले से स्वाइन फ्लू के चार मामले सामने आए हैं.

स्वाइन फ्लू के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. सभी सावधानियां बरती जा रही हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के एमडी डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि मामलों की जानकारी होने के बाद से ही विशेष सावधानी बरती जा रही है.

एनएचएम के एमडी डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों का पहले कोविड टेस्ट कराया गया था, लेकिन उनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई थी. स्वाइन फ्लू की आशंका पर इनका एच1एन1 टेस्ट कराया गया, जिसमें इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में चल रहा इलाज
एनएचएम के एमडी डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी चारों मरीजों का राजधानी रांची के भगवान महावीर मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में इलाज चल रहा है. डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह रांची में भी संक्रमण फैलने की आशंका है, क्योंकि दो संदिग्ध मरीज हैं. उनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है. उनकी रिपोर्ट सोमवार तक आ सकती है.
मरीजों की कोविड रिपोर्ट आई निगेटिव
वहीं स्वाइन फ्लू के मरीजों को लेकर महावीर मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. विजय मिश्रा ने कहा कि स्वाइन फ्लू के संक्रमित मरीजों का पहले कोविड टेस्ट कराया गया था, लेकिन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. डॉ. विजय मिश्रा ने कहा कि हमें लगा कि मरीजों में वायरल संक्रमण है. फिर हमने एच1एन1 टेस्ट कराया, जिसमें सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
किसी मरीज की लंबी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं
डॉ. विजय मिश्रा ने कहा कि इन मरीजों की लंबी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. ऐसा लगता है कि यह बीमारी यहीं फैली है. दो और मरीजों के सैंपल की जांच की जा रही है, जिनकी रिपोर्ट सोमवार को आने की उम्मीद है. डॉ. विजय मिश्रा ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि मरीज कोविड के लक्षणों के साथ आ रहे हैं. उनकी जांच की जा रही है.
जब उनके परिणाम नकारात्मक आते हैं तो उन्हें घर वापस भेज दिया जाता है. स्वाइन फ्लू के लक्षण कोविड के समान होते हैं. इसलिए मेरी सलाह है कि यदि कोई मरीज आता है कोविड के लक्षणों के साथ और बीमारी के साथ नकारात्मक हो जाता है. उन्हें एच1एन1 परीक्षण कराना चाहिए. नहीं तो यह संक्रमण तेजी से फैल सकता है.
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