

केरेडारी : 8. फरवरी गुरुवार को दिव्य ग्रंथ अध्ययन केन्द्र द्वारा संचालित कवि गोष्ठी कार्यक्रम अपने निर्धारित समय पर गूगल मीट पर ऑनलाइन संपन्न हुआ! कोडरमा से पियूष पानी जी ने सभा की अध्यक्षता और मंच का संचालन किया! कार्यक्रम के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने सोलह संस्कार के अंतर्गत गर्भाधान संस्कार पर अपनी मधुर व्यंजना प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम को एक नई रूप-रेखा दी! साथ ही छत्तीसगढ़ से सीमा जी,जमशेदपुर की सविता सिंह मीरा और सोनी सुगंधा जी ने वेलेंटाइन वीक पर अपनी प्रस्तुति प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध किया! हजारीबाग कण्डाबेर से दिवाकर पाठक ने स्वरचित रचना पत्थर -पत्थर बोल रहा है भाषा की अभिलाषा से अपनी काव्य धारा को शब्दों में पिरोते हुए अनोखे अंदाज में सबों को अपनी ओर आकृष्ट किया! वहीं कोडरमा से गिरधर ,आजमगढ़ से बालकृष्ण ,दिल्ली से सुप्रीमकोर्ट के अधिवक्ता मंजीत पाठक,देवघर के चित्रा थाना में पदस्थापित थानेदार राजीव कुमार ,जामताड़ा से उज्जवल मिश्रा ,बनारस से जीतेन्द्र मिश्रा,चतरा से सुशीला जी,चंदवारा से ओमप्रकाश कोडरमा से के के मिश्रा आदि ने भाग लिया! देश के विभिन्न हिस्सों से कवियों ने भाग लेकर अपने अनोखे अंदाज में वेलेंटाइन वीक पर अपनी प्रस्तुति प्रस्तुत कर प्यार की मधु पिलाकर लोगों को मधुशाला में प्रवेश कराया! कार्यक्रम का विराम कोडरमा से पियूष पानी ने अपनी रचना की प्रस्तुति कर सबों के मन मंदिर में अपनी घंटी बजा कर आनंदमय कर दिया!
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