

*हैदराबाद से बुलाये गये ट्रैंकुलाइज शूटर*
*ड्रोन से तलाश रहे आदमखोर तेंदुआ, अबतक चार बच्चों की ले चुका है जान, अब होगा ‘एनकाउंटर’*

रांची: झारखंड के गढ़वा में आतंक और दहशत का पर्याय बन चूका है एक आमखोर तेंदुआ है. अब तक इस आदमखोर तेंदुए ने 4 लोगों की जान ले ली है. वन विभाग की टीम तेंदुआ को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहा है. वहीँ खबर है कि अगर तेंदुआ पकड़ा नहीं गया, तो उसका एनकाउंटर किया जाएगा. बता दें यह तेंदुआ झारखंड के गढ़वा जिले में छुपा हुआ है. गढ़वा का जंगली इलाका पलामू, छत्तीसगढ़, लातेहार से सटा हुआ क्षेत्र है. जिसमें तेंदुआ की तलाश की जा रही है. वन विभाग के अफसरों ने काफी रिसर्च के बाद तेंदुआ को आदमखोर घोषित किया.

तेंदुए को मारना है अंतिम विकल्प
वन विभाग की टीम पिछले कई दिनों से तेंदुआ को पकड़ने का प्रयास कर रही है. 50 ड्रोन कैमरे से तेंदुआ को खोजा रहा है. लोकेशन का पता लगाया जा रहा है. वन विभाग ने अब तेंदुआ को पकड़ने या मारने के लिए हैदराबाद से मशहूर ट्रैंकुलाइज शूटर नवाब शफत अली खान को बुलाया है. तेंदुए को शूटर की मदद से ट्रैंकुलाइज किया जाएगा. उसे बेहोश कर रेस्क्यू सेंटर लाया जाएगा. वन विभाग ने अंतिम विकल्प के तौर पर उसे मारने का निर्णय लेगा.
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आदमखोर तेंदुए की अबतक सामने नहीं आई कोई तस्वीर
वन विभाग के अफसरों का कहना है कि पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में 100 से ज्यादा तेंदुए हैं. गढ़वा के रंका, रमकंडा, भंडरिया, चिनिया इलाके में तेंदुए का सबसे ज्यादा आवागमन है. मगरअब तक वन विभाग उस तेंदुए की पहचान में असफल रहा है, जो आदमखोर है. वह तेंदुआ बार-बार अपना लोकेशन बदल रहा है. जबकि 50 कैमरों से इलाके की निगरानी की जा रही है. तेंदुए को टैंक्विलाइज करने का आदेश सरकार की ओर से जारी किया गया है. यह जानकारी दक्षिणी वन प्रमंडल के डीएफओ शशि कुमार ने दिया है. उन्होंने बताया है कि अबतक आदमखोर तेंदुए की कोई तस्वीर सामने नहीं आई है.
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