

*आज स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की पुण्यतिथि है*
*?मृत्यु: 1 अगस्त, 1920?*

*महान स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की आज 100वीं पुण्यतिथि है। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक वही महान शख्सियत हैं, जिन्होंने ‘स्वराज हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर ही रहूंगा’ का नारा दिया था। अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई में इस नारे का काफी प्रचलन था।*

*बाल गंगाधर तिलक एक राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक और वकील थे। वो अंग्रेजी शिक्षा के घोर आलोचक थे, वो मानते थे कि अंग्रेजी शिक्षा भारतीय सभ्यता का अनादर करती है। पहले स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान स्वराज की मांग उठाई।*
*साल 1916 में बाल गंगाधर तिलक ने एनी बेसेंट और मुहम्मद अली जिन्ना के साथ मिलकर अखिल भारतीय होम रूल लीग की स्थापना की। होम रूल आंदोलन की वजह से बाल गंगाधर तिलक को काफी प्रसिद्धि मिली और इसी के कारण उन्हें ये लोकमान्य की उपाधि भी मिली।*
*इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य भारत में स्वराज स्थापित करना था। इसमें चार या पांच लोगों की टुकड़ी बनाई जाती थी, जो देश के बड़े-बड़े राजनेताओं और वकीलों से मिलकर उन्हें होम रूल समझाते थे। एनी बेसेंट आयरलैंड से भारत आई हुई थी और वहीं पर उन्होंने होम रुल आंदोलन देखा था।*
*ब्रिटिश सरकार ने बाल गंगाधर तिलक को छह साल की सजा सुनाई थी और उन्हें बर्मा अब म्यांमार की जेल में भेज दिया था। इस बीच बाल गंगाधर की पत्नी की मौत हो गई। हालांकि अपनी पत्नी के अंतिम दर्शन ना करने का बाल गंगाधर तिलक को अफसोस रहा था।*
*इसके बाद एक अगस्त 1920 को बाल गंगाधर तिलक की मुंबई में मृत्यु हो गई और उनके निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए महात्मा गांधी ने उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता और पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उन्हें भारतीय क्रांति का जनक कहा था।*
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