

बलियापुर : झारखंड में कुड़मी समाज ने 20 सितंबर, 2025 को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की अपनी पुरानी मांग को लेकर एक बार फिर ‘रेल टेका, डहर छेका’ (रेल रोको, रास्ता रोको) आंदोलन शुरू किया। इस आंदोलन के तहत, सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने धनबाद के बलियापुर स्थित प्रधानखंता स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया।
सुबह से ही बड़ी संख्या में कुड़मी समुदाय के लोग बैनर और तख्तियों के साथ इकट्ठा हुए और रेलवे पटरियों पर बैठ गए, जिससे रेल यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। इस प्रदर्शन के कारण हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग सहित कई महत्वपूर्ण रूटों पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई, जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे लंबे समय से अपनी मांग सरकार के सामने रख रहे हैं, लेकिन अब तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। उनका मानना है कि उन्हें ST का दर्जा मिलने से उनके समुदाय को शिक्षा, रोजगार और अन्य सरकारी योजनाओं में उचित लाभ मिल पाएगा। आंदोलन के दौरान, सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था, लेकिन प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग पर अड़े रहे। यह आंदोलन सरकार पर उनकी मांग पूरी करने के लिए दबाव बनाने का एक प्रयास है।

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