

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज एनडीए के पांच घटक दलों के नेताओं की बड़ी बैठक हुई. बैठक में नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भी तारीफ की. NDA नेताओं से केंद्र से मिले पैकेज को जनता को बताने के लिए कहा पांचों दलों के नेताओं को एकजुट के साथ 225 का लक्ष्य 2025 के लिए दिया और सरकार के कामकाज को जनता तक ले जाने के लिए भी निर्देश दिया.
नीतीश ने दिया जीत का मंत्र : नीतीश कुमार ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर बिना नाम लिए पर निशाना साधते हुए कहा कुछ नहीं आता है. अंड-बंड बोलते रहते हैं. लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2005 से पहले क्या स्थिति थी बिहार की, हम लोगों को क्या मिला था? आज क्या स्थिति है? आज की पीढ़ी को बताने की जरूरत है.

‘अल्पसंख्यों को समझाएं..’ : वहीं अल्पसंख्यकों को भी समझने के लिए एनडीए के नेताओं को निर्देश दिया कहा कि उन्हें बताइए हम लोगों की सरकार ने उनके लिए सबसे ज्यादा काम किया है. एनडीए की बैठक में दोनों उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के साथ घटक दल के प्रमुख नेताओं ने भी संबोधन किया और एनडीए की एकजुटता की बात कही.

NDA के पांच घटक दलों के साथ बैठक : पशुपति पारस की पार्टी को छोड़कर एनडीए के पांच दलों की बैठक सीएम नीतीश के एक अणे आवास पर हुई. नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी के बाद और बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद पहली बड़ी बैठक एनडीए की आज हुई.
बैठक में 5 दल हुए शामिल : मुख्यमंत्री आवास में 2 घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में भाजपा, जदयू, हम, लोजपा (चिराग पासवान) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता शामिल हुए. पशुपति पारस को बैठक में नहीं बुलाया गया. इस बैठक में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान शामिल नहीं हुए, लेकिन दोनों पार्टी के नेता इस बैठक में मौजूद थे.
पीएम मोदी और अमित शाह की हुई तारीफ : बैठक में नीतीश कुमार के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, उपेंद्र कुशवाहा और घटक दल के नेताओं ने भी संबोधित किया. बैठक में नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की तारीफ की. बिहार को पैकेज देने के लिए जहां प्रधानमंत्री की तारीफ की तो वहीं बिहार से प्रपोजल जाने पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उसे स्वीकार कर लेने की भी चर्चा सीएम नीतीश कुमार ने की.
‘दो बार गलती की अब नहीं जाएंगे..’ : सीएम नीतीश ने कहा कि केंद्र से जो पैकेज मिला है उसकी जानकारी जनता को दीजिए. नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यकों को लेकर भी कहा कि उनके बीच जाइए और उन्हें समझाइए की सरकार सबसे अधिक उनके लिए काम कर रही है. वहीं बिना नाम लिए लालू परिवार पर जमकर निशाना साधा. नीतीश कुमार ने एक बार फिर से कहा की दो बार हमने उनके साथ जाकर गलती कर दी है, अब नहीं जाएंगे NDA के साथ 1996 से मेरा संबंध है.
‘कार्यक्रम में NDA के पांचों दलों को बुलाएं’ : उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री जब बिहार में कोई कार्यक्रम करते हैं तो पांचों दलों के जिला अध्यक्ष को उसमें बुलाना चाहिए. वहीं गिरिराज सिंह ने अपने संबोधन में सम्राट चौधरी को अशोक सम्राट कह दिया इस पर खूब ठहाका लगा. तो वहीं विजय सिन्हा को विजय चौधरी बोल दिया, हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि विजय सिन्हा और विजय चौधरी में कोई अंतर नहीं है.
चुनाव में 225 सीटों का लक्ष्य निर्धारित : बैठक से बाहर निकलने के बाद जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा की मुख्यमंत्री ने एनडीए के घटक दलों की एकजुटता की बात की है और 2025 में 225 के लक्ष्य के साथ जाने का निर्देश दिया है आज प्रदेश स्तर पर यह बैठक हुई है आगे जिला स्तर पर भी पांचों दलों के नेताओं की बैठक होगी. संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिहार में जो विकास के कार्य हुए हैं उसकी चर्चा की है और 2005 से पहले बिहार की जो स्थिति थी उसे जनता के बीच ले जाने के लिए कहा है.
कॉर्डिनेशन कमेटी पर बात : बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा. 2025 का लक्ष्य तय किया गया है. वहीं उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा बिहार में जो अराजकता पैदा किया है, जातीय उन्माद फैलाया है, उससे मुक्ति के लिए हम लोग मिलकर काम करेंगे. एनडीए के पांचों दल 20 सूत्री के अध्यक्ष, जिला अध्यक्षों के साथ ‘पंचामृत’ की तरह कोऑर्डिनेशन को आगे बढ़ाएंगे.
चिराग की पार्टी ने भी माना नीतीश होंगे चेहरा : वहीं चिराग पासवान की पार्टी के अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार चेहरा होंगे यह तो पहले ही हम लोग मान चुके हैं. उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा. चिराग पासवान के नहीं आने पर सफाई भी दी, तो वहीं पशुपति पारस को लेकर कहा कि बीजेपी और जदयू के नेता ही बताएंगे उनके बारे में.
एकजुटता दिखाने की कोशिश : विधानसभा उपचुनाव में भी एक जुटता से एनडीए की ताकत दिखाने के लिए नेताओं ने अपनी अपनी बात कही है, लेकिन एनडीए की बैठक में असली टारगेट 2025 विधानसभा चुनाव ही रहा. हालांकि विवाद के मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हुई. सबसे अधिक चर्चा थी कि गिरिराज सिंह का मामला उठेगा, पिछले दिनों उन्होंने भागलपुर से सीमांचल में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाला था. उस पर जदयू और NDA के अन्य घटक दल में नाराजगी थी. इसके अलावा मंत्रिमंडल विस्तार आयोग बोर्ड का गठन जैसे मुद्दे भी थे, लेकिन सभी को दरकिनार कर इस बैठक में एकजुटता दिखाने की कोशिश की गई है.
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