
चलिए सबसे पहले जान लेते हैं कि यह पूजा इस वर्ष किस तिथि पर की जाएगी-*
*इस वर्ष ललिता पंचमी 30 सितंबर, शुक्रवार को मनाई जाएगी।*
*पंचमी तिथि प्रारम्भ –* सितम्बर 29, 2022 को मध्यरात्रि 12:08 बजे से

*पंचमी तिथि समाप्त –* सितम्बर 30, 2022 को रात में 10:34 बजे तक

आश्विन मास के शुल्क पक्ष की पंचमी को ललिता पंचमी मनाई जाती है। शारदीय नवरात्री के पांचवें दिन मनाई जाने वाली इस तिथि को उपांग ललिता व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत को खासकर गुजरात, महाराष्ट्र और इसके आसपास के प्रांतों में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां लोग देवी ललिता को मां चंडी के रूप में पूजते हैं।
*इस पूजा में आपको निम्नलिखित पूजन सामग्री की आवश्यकता होगी-*
माता ललिता की पूजा शुरू करने के लिए सबसे पहले जो सामग्री इकट्ठी करनी है, वे कुछ इस प्रकार हैं- चौकी या पाट, गंगाजल, लाल या पीले रंग का वस्त्र, माता ललिता की मूर्ति या तस्वीर, लाल-पीले रंग के फूल, माला, धुप, पूर्ण शृंगार का सामान, घी का दीपक, मिठाई और फल
*पूजन विधि-*
उपांग ललिता व्रत के दिन सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करके साफ वस्र धारण करें, इसके बाद व्रत का संकल्प लें।
पूजा के लिए सबसे पहले एक चौकी बनाएं, या एक पाट पर गंगाजल छिड़ककर, उसपर लाल या पीले रंग का साफ कपड़ा बिछाएं।
इसके बाद इस पर माता ललिता की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें।
माता को हल्दी – कुमकुम व श्रृंगार समेत संपूर्ण पूजन सामग्री अर्पित करें।
माता के आगे धूप-दीप लगाकर, उन्हें फल और मिठाई के रूप में प्रसाद अर्पित करें।
अब शांत मन से ललिता चालीसा, ललिता सहस्त्रनाम या ललिता त्रिशती स्तोत्र का पाठ करें।
अंत में माता अंबे की आरती करें और सबमें प्रसाद वितरित करें। इस व्रत के दिन फलाहार का सेवन करें, संभव हो तो एक ही समय भोजन करें।
व्रत के समापन के बाद श्रृंगार का सामान अपने घर की किसी महिला को दान करें।
*तो यह थी ललिता पंचमी व्रत की पूजन विधि और तिथि से जुड़ी जानकारी। इसी तरह की और पूजा विधियों के बारे में जानने के लिए जुड़े रहिए।*
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