

रिपोर्ट :- सुनील आर्या
दरभंगा : कुशेश्वरस्थान पूर्वी. कोसी नदी की तेज धारा से हो रहे भीषण कटाव को लेकर कुशेश्वरस्थान-फुलतोड़ा मुख्य मार्ग से टी-02 से ब्रहमोत्तर सड़क का अस्तित्व संकट में पड़ गया है.

भीषण कटाव से सड़क के साथ-साथ खेतों में लगी धान व ईख की फसल नदी में समाता जा रहा है. सड़क के नदी में कटकर विलीन हो जाने से तिलकेश्वर व फुहिया का सीधा सड़क संपर्क भंग हो गया है.

सड़क नदी में विलीन हो जाने से बघमोत्तर, बहवा व सपही गांव पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क संपर्क योजना से वर्ष 2017-18 में इस सड़क का निर्माण हुआ था. इसके निर्माण होने से सपही, बघमोत्तर व बहवा गांव के लोग फुहिया तक सीधा सड़क संपर्क से जुड़ गये थे, लेकिन गत एक सप्ताह से कोसी नदी में शुरू हुए भीषण कटाव से टी-02 से ब्रहमोत्तर सड़क में ब्रहमोत्तर गांव से कुछ दूरी पर सड़क लगभग आधा हिस्सा कटकर नदी में विलीन हो गया है.
वहीं इसके आसपास लगभग सौ एकड़ खेती योग्य जमीन फसल सहित नदी में समा गया है. कई ग्रामीणों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व नदी बघमोत्तर गांव से ढ़ाई किमी दूर बहती थी, लेकिन नदी अपनी धारा बदलकर गांव के निकट कटाव कर रहा है. गत एक सप्ताह से नदी में कटाव का जो रफ्तार है, इसे रोका नहीं गया तो सैकड़ों एकड़ खेती योग्य जमीन नदी में कटकर समा जायेगा.
वहीं सड़क के कटकर नदी में बह जाने से बघमोत्तर, बहवा व सपही गांव भी नदी के कटाव के जद में आ जायेगा. तिलकेश्वर के पूर्व मुखिया पति व समाजसेवी किरणदेव मुखिया ने बताया कि इस कटाव से किसानों की लगभग सौ एकड़ फसल लगी खेत नदी में समा गया है. ससमय इसपर ठोस कदम नही उठाया गया तो किसानों का तो नुकसान है ही, साथ ही आधा दर्जन टोले-मुहल्ले के लोगों को यातायात में परेशानी हो सकती है.
There is no ads to display, Please add some





Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com