

पुटकी।काली पूजा को लेकर पुटकी बलिहारी परियोजना परिसर में प्रत्येक वर्ष की भांति श्री श्री काली पूजा समिति महोत्सव के द्वारा माँ काली की प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से पूजा अर्चना की गई।पूजा समिति के लोगों ने बताया कि सन 1979 के दशक में परियोजना खदान का शुभारंभ हुई एवं सन 1985 से यहां माँ काली की मंदिर स्थापना की गई।और प्रत्येक वर्ष आकर्षक साज सज्जा के साथ यहां माँ काली की पूजा की जाती है यहां रात के इस पूजा में भक्तिभाव पूर्वक सर्व प्रथम पुजारी के द्वारा प्रसाद स्वरूप में खीर नारियल फल आदि का भोग लगाया गया एवं इसके पश्चात गत देर रात 130 बजे बकरे की बलि दी गई एवं लोगों के बीच प्रसाद वितरण की गई। मौके पर पूजा को सफल बनाने में समिति के लोगों का सराहनीय योगदान रहा।इसी प्रकार बलिहारी श्मशान घाट रेलवे लाईन के किनारे माँ काली की वर्षो से जंगल के बीच पूजा की जाती है जहां काफी दूर दूर तक के हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है यहां की यह छटा देखने योग्य है चारो ओर साफ सफाई और हरा भरा वृक्षओं से यह स्थल घिरा हुआ है यह स्थान धनबाद कोयलांचल में एक दर्शनीय स्थान के रूप में प्रसिद्ध है यहां मां काली ली पूजा धूम धाम से की गई।ईसी प्रकार अर्लगड़िया बस्ती में काली पूजा धुंध। से सम्पन्न की गई मौके पर खिचड़ी भोग शाकाहारी व मांशाहारी दोनों ही तरह के प्रसाद वितरण किये गए जिसमे सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किए।
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