

रिपोर्ट सत्येन्द्र यादव
कुल्टी, दो दिवसीय जितिया प्रर्व कुल्टी के विभिन्न क्षेत्र में महिलाओ द्वारा भगवान जीमूतवाहन की कथा सुनने के साथ गुरुवार को संपन्न हुआ। इस दौरान कुल्टी के केंदुआ बाजार, रांचीग्राम, एलसी मोड़, बिड़ला रोड, सियाल डंगाल, बोहाल, न्यू रोड में महिलाओ द्वारा आपस में कथा सुनी गई।

सियाल डंगाल में त्यौहार की कथा सुनते हुए पुष्पा साव , मुन्नी देवी, सरस्वती शर्मा, कलावती देवी, संध्या साव, सोनामुनी सलूजा नाम की महिलाओ ने बताया कि यह त्यौहार माताएं और बहनें अपने बच्चों की दीर्घायु के लिए जीवित्पुत्रिका व्रत यानी कि जितिया का व्रत रखती हैं और भगवान जीमूतवाहन की विधि-विधान से पूजा करके व्रत करने का संकल्प लेती हैं । हर साल आश्विन मास में कृष्ण पक्ष की सप्तमी वृद्धा अष्टमी तिथि में यह व्रत किया जाता है। इस व्रत में भगवान जीमूतवाहन की पूजा होती है और उनकी व्रत कथा का पाठ किया जाता है। मान्यता है कि इस कथा का पाठ करने से आपके बच्चों की आयु लंबी होती है और साथ ही उनका जीवन राजा के समान बीतता है।

इस कथा में सूत महराज द्वापर युग का अंत और कलियुग का प्रारंभ के बीच की कथा सुनाते हैं। सुनने वालों को बताया जाता हैं कि कलियुग में किस तरह बच्चों को दीर्घायु बनाया जा सकता हैं। कथा में सभी विधि-विधान भी बताये जाते हैं। इस दिन महिलाए संतान के लिए दिनभर उपवास में रहती हैं। अंतिम दिन फलाहार के साथ व्रत का उधापन करती हैं। घर में नित्य नए पकवान बनते हैं।
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