• Wed. Dec 31st, 2025

सिंदरी हमले में घायल भौंरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार की मां ने अपने बेटे की जान बचाने के लिए लागई गुहार*

ByAdmin Office

Sep 2, 2022

 

धनबाद: सिंदरी के शहरपुरा में बीते 25 अगस्‍त को हुए बवाल में जख्‍मी भौंरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार की मां ने अपने बेटे की जान बचाने के लिए गुहार लगाई है। शहरपुरा बाजार में जनता मजदूर संघ के नेता लकी सिंह के कार्यालय पर 25 अगस्त को हुए हमले और हिंसक झड़प के दौरान सिर में चोट लगने से गंभीर रूप से घायल हिमांशु कुमार को अबतक होश नहीं आया है। 25 अगस्‍त को बलियापुर के आक्रोशित हथियारबंद ग्रामीणों ने लकी सिंह के कार्यालय पर हमला करते हुए तोड़फोड़ व हिंसक प्रदर्शन किया था, जिसमें हिमांशु कुमार के अलावा सिंदरी व पाथरडीह के थाना प्रभारी भी जख्मी हो गए थे।

पांच दिन के बाद भी जख्मी ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार को होश नहीं आया है। उनका इलाज दुर्गापुर मिशन अस्पताल में चल रहा है। हिमांशु की नाजुक हालत को देखते हुए उनके माता-पिता और स्वजन काफी परेशान हैं। माता, पिता और स्वजनों ने जिला प्रशासन से जख्मी हिमांशु का कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई के किसी बड़े अस्पताल में इलाज कराने की गुहार लगाई है। हिमांशु के स्वजनों ने इस बाबत झारखंड सरकार को भी पत्र देकर जल्द उनका बेहतर इलाज कराने की मांग की है। पथराव में सिर में पत्थर से गंभीर चोट लगने के बाद हिमांशु बेहोश हो गए थे। दुर्गापुर अस्पताल में चिकित्सकों ने उनके सिर का ऑपरेशन किया। पांच दिन बाद भी उन्‍हें होश नहीं आया है।

मां ने लगाया आरोप, बेटे का ढंग का से नहीं हो रहा इलाज

बेटे की बिगड़ती तबीयत की वजह से परेशान मां ने वाट्सएप पर मैसेज भेजकर मदद की गुहार लगाई है। उन्‍होंने कहा कि बेटे को मरने के लिए छोड़ दिया गया है। एसएसपी संजीव कुमार कॉल तक नहीं रिसीव कर रहे। बेटे का ढंग से इलाज नहीं हो पा रहा है। बाहर से डाॅक्टर बुलाने की कोशिश भी नहीं की जा रही है। मां ने कहा है कि मुझे पूरी उम्मीद है कि सरकार जल्द मेरे जख्मी पुत्र का इलाज बड़े अस्पताल में जरूर कराएगी, ताकि वह जल्द स्वस्थ होकर हमलोगों के बीच आकर अपने काम पर लौट सके।

बाहर ले जाने की कर रहे तैयारी

हिमांशु कुमार की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे दुर्गापुर से बाहर ले जाने की तैयारी स्‍वजन कर रहे हैं। स्‍वजनों का कहना है कि अगर उसे दुर्गापुर मिशन अस्पताल में ही छोड़ दिया जाएगा तो उसकी मौत हो जाएगी। हिमांशु की मां ने यह भी कहा है कि पुलिस के अधिकारी अस्पताल भी नहीं आ रहे हैं। वहीं उसके बेटे पर हमला करने वालों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। मां का कहना है कि हिमांशु ड्यूटी के दौरान गंभीर हुआ है। पुलिस को उसकी मदद करनी चाहिए।

90 लोगों के खिलाफ हुई है नामजद प्राथमिकी

पुलिस ने इस मामले में 90 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी की है, जिसमें तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। वहीं भाषा आंदोलनकारी जयराम महतो की पुलिस तलाश कर रही है। प्राथमिकी में पुलिस ने जयराम पर भीड़ को उकसा कर हमला कराने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि अन्‍य सभी आरोपित अपना मोबाइल बंद करके फरार हैं।


There is no ads to display, Please add some
Post Disclaimer

स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *