

रिपोर्ट, अरुण कुमार सैनी
सिंदरी । एफसीआईएल सिंदरी क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ प्रबंधन द्वारा जारी नोटिस व पीपी एक्ट कोर्ट में बुलावा के बाद सिंदरी में भूचाल आ गया है। इसको लेकर जनता श्रमिक संघ संयुक्त महामंत्री गौरव वक्ष उर्फ लक्की सिंह के आव्हान पर सिंदरी के दुकानदारों व निवासियों ने सोमवार को ए वन बंगला गेस्ट हाउस का घेराव किया। वार्ता के बाद महामंत्री ने सिंदरीवासियों से आव्हान किया है कि मंगलवार को एफसीआईएल सिंदरी गेट पर सभी सिंदरीवासी सुबह दस बजे तक एकत्रित हों। उन्होंने व्यापारियों से आव्हान किया है कि 18 जुलाई को दुकानें बंद कर एकजुटता का परिचय दें। इस बावत उन्होंने प्रबंधन को एक ज्ञापन सौंपकर नोटिस को स्थगित करने की माँग की।
घेराव को लेकर एफसीआईएल संपदा अधिकारी देबदास अधिकारी व पीपी एक्ट कोर्ट संपदा अधिकारी उमा दत्त सती के साथ संयुक्त महामंत्री के नेतृत्व में द्विपक्षीय वार्ता हुई। वार्ता में संयुक्त महामंत्री ने प्रबंधन से कहा कि जमीन व आवास खाली कराकर प्रबंधन का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है। प्रबंधन टासरा प्रोजेक्ट को खाली कराकर किस नियम के तहत विस्थापितों को एफसीआईएल आवासों में रखी है। प्रबंधन अचानक पीपी एक्ट कोर्ट के तहत खाली कराने का काम कर तानाशाही कर रही है। हालांकि वार्ता के बाद महामंत्री ने सिंदरी की जनता से मंगलवार को एफसीआईएल गेट पर एकत्रित होने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन सकारात्मक पहल की ओर कदम बढ़ा रही है। पीपी एक्ट को निरस्त करने के लिए ही यह कदम उठाया जा रहा है।
बताते चलें कि मंगलवार से एफसीआईएल सिंदरी के प्रशासनिक भवन के 26 नंबर कमरे में पीपी एक्ट कोर्ट तय किया गया है। यह प्रक्रिया भारत सरकार के द्वारा जारी गैजेट के आधार पर किया जा रहा है। मंगलवार को पीपी एक्ट कोर्ट में संपदा अधिकारी उमा दत्त सती के समक्ष सिंदरी के कई क्षेत्रों के निवासियों व दुकानदारों को हाजिर होने का नोटिस दिया गया है।
वार्ता में मुख्य रूप से एफसीआईएल संपदा अधिकारी देबदास अधिकारी, पीपी एक्ट कोर्ट संपदा अधिकारी उमा दत्त सती, जश्रसं संयुक्त महामंत्री लक्की सिंह, काँग्रेस नेता ओमप्रकाश सिंह, भाजपा के बरिष्ट नेता रवि शर्मा, अनूप सिंह, शशि सिंह, पिंटू सिंह, महेंद्र गुप्ता, अमर सिंह, जयप्रकाश सिंह, मंटू सिंह, मोलू, चंद्रावती देवी सहित कई सिंदरीवासी महिला पुरुष शामिल थे।

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