

*♦️ 2 मई ♦️*
*विश्व अस्थमा दिवस हर साल मई महीने में पहले मंगलवार को मनाया जाता है, इस साल 2 मई को दुनिया भर में वर्ल्ड अस्थमा डे मनाया जाएगा।*

विश्व स्तर पर अस्थमा के बारे में अवेयरनेस बढ़ाने के उदेश्य से इस दिवस की शुरुआत 1993 में किया गया था। अस्थमा या दमा फेफड़ों से जुड़ी एक बीमारी है। इस बीमारी में श्वसन नली में सूजन आने के कारण सांस लेने में परेशानी होने लगती है।

*जानते हैं सांस की इस गंभीर बीमारी के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय….*
*इस दिन को मनाने की शुरुआत 1993 में हुई थी।*
WHO के सहयोग से इस दिन को मनाने की पहल हुई थी। इसके बाद 1998 में जब ये दिन मनाया गया तब 35 से ज्यादा देश उसमें शामिल हुए। WHO के ही एक अनुमान के मुताबिक पूरी दुनिया में इस बीमारी से 338 मिलियन से ज्यादा लोग पीड़ित हैं।
*इस बार की थीम*
ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर अस्थमा, हर साल वर्ल्ड अस्थमा डे की थीम तय करता है। ये एक ऐसी संस्था है जो वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और एक अन्य संस्था के कॉलेबोरेशन से तैयार हुई है। इस बार GINA ने इस खास दिन की थीम को नाम दिया है Asthma Care For All. इस थीम की मुख्य वजह है कि हर जगह, हर तबके के लोग अस्थमा जुड़ी बारीकियों को समझ सकें।
*अस्थमा के लक्षण*
अस्थमा के लक्षणों में सबसे मुख्य लक्षण सांस लेने का लक्षण ही है। जब सांस लेने में कठिनाई होने हो। इसमें सांस की नली सिकुड़ने या सूखने की शिकायत भी हो सकती है। खांसी होना, जरूरत से ज्यादा घबराहट होना और सीने में जकड़न और भारीपन भी अस्थमा का ही लक्षण हो सकता है।
There is no ads to display, Please add some





Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com