

आज के इस खास लेख में हम आपको बताएंगे यम द्वितीया की तिथि एवं शुभ मुहूर्त, साथ ही हम बात करेंगे इस पर्व से जुड़ी कुछ खास मान्यताओं की।
*क्या है यम द्वितीया?*

यम द्वितीया कार्तिक मास की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है, अर्थात यम द्वितीया दीपावली पूजा के दो दिन बाद पड़ती है। मृत्यु के देवता यमराज के साथ उनके अधीनस्थ चित्रगुप्त और यम-दूत की यम द्वितीया पर पूजा की जाती है। यम पूजा के अतिरिक्त इस दिन को भाई दूज के नाम से भी जाना जाता है।

*आइये जानते हैं यम द्वितीया की तिथि और शुभ मुहूर्त*
इस बार यम द्वितीया 26 अक्टूबर बुधवार, 2022 को मनाई जाएगी, जिसका शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 50 मिनट से दोपहर 03 बजकर 06 मिनट तक रहेगा। जिसकी कुल अवधि होगी 02 घण्टे 16 मिनट की।
*यम द्वितीया 26 अक्टूबर 2022 को मनाई जाएगी*
*अपराह्न मुहूर्त -* 12:50 PM से 03:06 PM तक
*द्वितीया तिथि प्रारम्भ -* 26 अक्टूबर, 2022 को 02:42 PM से
*द्वितीया तिथि समाप्त -* 27 अक्टूबर, 2022 को 12:45 PM तक
*पूजा कैसे करें?*
दोपहर का समय यम द्वितीया पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय है। इस दौरान यमराज पूजा से पहले प्रातःकाल यमुना स्नान का सुझाव दिया जाता है। जिसके बाद पूजा-अर्चना कर के यमराज को अर्घ्य देना चाहिए।
*क्या है यम द्वितीया का महत्व?*
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, देवी यमुना ने अपने भाई यमराज को कार्तिक द्वितीया पर अपने घर पर भोजन कराया था। तभी से इस दिन को यम द्वितीया के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो बहनें इस शुभ दिन पर अपने भाइयों को भोजन कराती हैं, वे हमेशा सौभाग्यवती होती हैं और बहनों के घर भोजन करने से भाइयों को लंबी उम्र प्राप्त होती है। इसलिए भाई दूज पर बहनें अपने भाइयों के लिए स्वादिष्ट खाना बनाती हैं और उन्हें अपने हाथों से खिलाती हैं। इस दिन को यम द्वितीया, भाई टीका या भाई दूज के रूप में भारत भर में मनाया जाता है।
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