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हार के बावजूद नहीं टूटा हौसला: चंदन यादव का जनता के प्रति अटूट समर्पण

Byadmin

Nov 29, 2025

 

 

पटना, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मिली हार ने रून्नी शैदपुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार रहे चंदन यादव के हौसलों को डिगा नहीं पाया है। चुनावी नतीजों के बाद भी, उनका उत्साह और जनता के प्रति समर्पण पहले की तरह ही बरकरार है। अपनी चुनावी हार को एक अस्थायी विराम मानते हुए, उन्होंने सार्वजनिक जीवन में अपनी सक्रियता और प्रतिबद्धता को और मजबूत करने का संकल्प लिया है।

 

अंतर्कथा के पटना उप-संपादक राजेश कुमार के साथ एक विशेष बातचीत में, चंदन यादव ने हार को सहर्ष स्वीकार करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “जनता ने मुझे भरपूर प्यार और आशीर्वाद दिया। इस चुनाव में भले ही मुझे सफलता नहीं मिली, लेकिन मैं यह मानता हूँ कि कहीं न कहीं मुझमें कोई कमी रही होगी, जिसके कारण जनता मुझ पर पूर्ण विश्वास नहीं कर पाई।”

 

*जनता की सेवा ही मेरा धर्म*

 

चंदन यादव ने स्पष्ट किया कि उनके लिए चुनावी परिणाम से अधिक महत्वपूर्ण जनता की सेवा है। उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा, “मैं हार नहीं मानूंगा। जनता की सेवा के लिए मैं हर वक्त, हर पल तत्पर रहूंगा।” उनके अनुसार, राजनीतिक प्रतिस्पर्धा समाप्त हो चुकी है और अब केवल सेवा का भाव बचा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी नजर में कोई जाति या धर्म मायने नहीं रखता। उनका प्राथमिक उद्देश्य अपने क्षेत्र के हर नागरिक की मदद करना है।

 

उन्होंने अपने समर्पण को एक उदाहरण से समझाया, “रून्नी शैदपुर विधानसभा क्षेत्र में अगर कोई व्यक्ति 12:00 बजे रात में भी मुझे याद करता है, तो मैं बिना किसी संकोच के उनके लिए हमेशा खड़ा हूँ।”

 

*हार कर भी जीत गया हूँ*

 

हार को जीत में बदलने की अपनी अनूठी विचारधारा पर प्रकाश डालते हुए चंदन यादव ने कहा, “मैं हार गया, तो क्या हुआ? हार करके भी मैं जीत गया हूँ।” उनका मानना है कि सच्चा राजनेता वह नहीं है जो केवल चुनाव जीते, बल्कि वह है जो जनता का विश्वास और दिल जीते। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि उनके लिए जनता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।

 

हाल ही में, मानिक चौक धकजरी गांव की जनता ने उन्हें अपने परिवार का सदस्य मानते हुए एक शादी समारोह में आमंत्रित किया। चंदन यादव ने अपनी व्यस्तता और चुनावी थकान को दरकिनार करते हुए, बिना कुछ सोचे-समझे, पूरे उत्साह के साथ इस शादी में सम्मिलित हुए। उन्होंने भावुक होकर कहा, “धकजरी की जनता ने मुझे अपने परिवार में सम्मिलित किया। धकजरी में दुःख हो या सुख, कोई भी याद करेगा, मैं जरूर शामिल रहुँगा।”

 

*जनता के बीच निरंतर रहेगी उपस्थिति*

 

चंदन यादव ने अपनी भविष्य की योजनाओं को साझा करते हुए बताया कि वे हमेशा से जनता के बीच रहे हैं और यह सिलसिला आगे भी निरंतर जारी रहेगा। वह केवल चुनावी मौसम में नहीं, बल्कि साल भर लोगों से जुड़े रहने का प्रयास करेंगे। उनका लक्ष्य रून्नी शैदपुर विधानसभा क्षेत्र के हर छोटे-बड़े सामाजिक, सांस्कृतिक और व्यक्तिगत कार्यक्रम में सम्मिलित होकर जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है।

 

उनके इस अटूट संकल्प से यह स्पष्ट है कि भले ही वह चुनाव हार गए हों, लेकिन उन्होंने जनता के दिलों में अपनी जगह मजबूत कर ली है। उनका यह कदम अन्य राजनेताओं के लिए एक मिसाल कायम करता है कि जनसेवा चुनावी सफलता पर निर्भर नहीं करती, बल्कि यह एक अखंड प्रतिबद्धता है। चंदन यादव का यह उत्साह और जनता के प्रति स्नेह उन्हें भविष्य की राजनीति में एक मजबूत दावेदार बनाए रखेगा।

 

पटना से राजेश सागर की रिपोर्ट।


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