
बोकारो थर्मल
बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के 500 मेगावाट वाले ए पावर प्लांट की यूनिट को मंगलवार की मध्य रात्रि के बाद बंद कर दिया गया।

डीवीसी के प्रोजेक्ट हेड सुशील कुमार अरजरिया की अध्यक्षता में पावर प्लांट में मंगलवार की देर रात्रि जीएम ऐश मैनेजमेंट सिस्टम राजेश विश्वास सहित अन्य अभियंताओं की बैठक में निर्णय लिया गया। बैठक में निर्णय लेने के बाद यूनिट को बंद करने संबंधी सूचना सभी विभागीय व्हाट्सएप ग्रुपों में साझा कर दिया गया। मंगलवार की देर रात्रि पावर प्लांट की यूनिट से 360 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा था। प्रोजेक्ट हेड सुशील कुमार अरजरिया ने कहा कि 24 घंटे में डीवीसी को कम से कम 5 से 6 करोड़ का नुकसान होता है। और ऐश पौंड नहीं चालू होने के पीछे 54 मजदूरों का चार महीने का बकाया पेमेंट है। जिसके कारण सोमवार को काम शुरू नहीं हो सका। इसमें डीवीसी प्रबंधन का कोई इशू नहीं है।

यह मजदूरों और ट्रांसपोर्टर के बीच का मामला है मजदूर चार महीने का पेमेंट मांग रहे हैं। मजदूर और ट्रांसपोर्टर बैठकर मामले को सुलझाना चाहिए। और काम शुरू करवाना चाहिए। मामले को लेकर डीवीसी के जीएम ऐश मैनेजमेंट सिस्टम राजेश विश्वास से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि डीवीसी की यूनिट बंद होने से डीवीसी के पावर सप्लाई वाले दिल्ली, हरियाणा और झारखंड में पावर प्लांट बंद होने से तीनों राज्यों के लोगों सहित कलाकारखाने प्रभावित होगे। जिसे डीवीसी को बाजार से उच्च मूल्य पर खरीद कर देना होगा। जिसके लिए डीवीसी में सेपरेट विभाग बना हुआ हैं।
वहीं उन्होंने बताया कि डीवीसी के दोनों ऐश पौंड से विगत चार माह से छाई का उठाव हाइवा मालिकों के आंदोलन के कारण नहीं होने के कारण पूरी ऐश पौंड भरे हुए हैं। पौंड के अंदर कई बार छाई की बैरेकेटिंग करके दीवार बना-बनाकर छाई को जमा किया जा रहा था। 15 जुलाई से ही छाई का उठाव बंद पड़ा हुआ था।
1 नवंबर को चंद्रपुरा स्थित डीवीसी के निदेशक भवन में बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ की अध्यक्षता में त्रि-पक्षीय वार्ता के बाद आंदोलन को समाप्त करने के बाद भी पौंड से छाई का उठाव आरंभ नहीं हुआ।साथ ही कहा कि सोमवार को एक प्रयास किया परंतु ऐश पौंड में कार्य करने वाले 55 मजदूरों ने बकाए वेतन भुगतान की मांग करते हुए छाई उठाव का काम शुरू नहीं करने दिया।
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