

धनबाद: झारखंड बांग्ला भाषा उन्नयन समिति, धनबाद द्वारा आज 5 अगस्त को झारखंड आंदोलन के नायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर एक शोक सभा का आयोजन किया गया। समिति ने उनके निधन को झारखंडवासियों के लिए एक बड़ी क्षति बताते हुए उन्हें एक महान सामाजिक नेता के रूप में याद किया।
शोक सभा में वक्ताओं ने कहा कि शिबू सोरेन का जीवन संघर्ष से लेकर समाज सेवा तक एक मिसाल था। उन्हें विशेष रूप से बांग्ला भाषा के प्रति उनके स्नेह के लिए याद किया गया। समिति ने बताया कि 2023 में उन्होंने तत्कालीन रेल मंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर झारखंड के सभी रेलवे स्टेशनों के नाम हिंदी के साथ-साथ बांग्ला भाषा में भी लिखने का अनुरोध किया था। वक्ताओं ने दुख व्यक्त किया कि उन्होंने बांग्ला भाषा के लिए लड़ने वाले एक महान योद्धा को खो दिया है।

इस अवसर पर संस्था के संस्थापक बेगूं ठाकुर ने भी शोक व्यक्त किया। आज की सभा में झारखंड बांग्ला भाषा उन्नयन समिति के राज्य उपसभापति भवानी बंदोपाध्याय, धनबाद जिला अध्यक्ष सुजीत रंजन मुखर्जी, सचिव पार्थ सारथी दत्ता और अशोक कुमार पाल, शिबू चक्रवर्ती, गोविन्दो ठाकुर, प्रणब डे, श्यामल रॉय, शैलेन्द्र नाथ दत्ता और तरुण गोस्वामी सहित कई सदस्य मौजूद थे।

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