

सरायकेला में डायन कुप्रथा की शिकार एक विधवा महिला को न्याय मिला है। गम्हरिया प्रखंड के गायत्री नगर में रहने वाली कौशल्या महतो को पड़ोसियों ने डायन बताकर उसका रास्ता रोक दिया था। इस मामले को लेकर पद्मश्री छुटनी महतो ने पहल की और उपायुक्त एवं आदित्यपुर थाने में गुहार लगाई।
*प्रशासन ने की कार्रवाई*

प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सोमवार को कौशल्या महतो के घर पहुंची और पड़ोसी दिलीप घोष द्वारा बनाए गए बाउंड्री वाल को तोड़कर रास्ते को पुनः चालू कराया। इस कार्रवाई के बाद कौशल्या महतो बेहद खुश नजर आईं।

*अब देखना होगा आगे क्या होता है*
अब देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस दिलीप घोष के खिलाफ डायन प्रताड़ना के मामले में क्या कार्रवाई करती है। इस मामले में प्रशासन की कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि डायन कुप्रथा के खिलाफ सरकार और प्रशासन गंभीर हैं और ऐसे मामलों में कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।
There is no ads to display, Please add some





Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com