

लखीसराय – उमस भरी गर्मी में अब लाइन भी लोगो के मन को निराश करने में लगा है मगर इसकी वजह ना तो आंधी है और ना ही पानी। लोग इसकी वजह अधिकारी को मान रहे हैं।
लोगो का कहना है कि जब बिजली बिल की भरपाई पूरी की जा रही है तो बिजली के ना मिलने का सवाल ही नहीं उठता है तो फिर ऐसा क्यों है कि रात को नींद हराम करने में अधिकारी लगे हैं। व्हाट्सएप पर लोगो की नाराजगी उनके किए जाने वाले मैसेज से पता चल जाता है। कुछ लोग मानते है कि लाइन का सिस्टम क्या है इसका पता ही नहीं चलता है लाइन कटा होगा उसके बाद सब सो गया होगा यानी लाइन काटने के बाद जब आश नहीं जगी होगी तो लोग मजबूरी में सो गए होंगे।

जब पी एस एस को फोन लगाया जाता है तो कोई फोन नहीं उठाया जाता है। कुछ लोग मानते है कि ईंटोन फीडर का कोई वैल्यू नहीं है जब मन हुआ लाइन दिया और जब मन हुआ लाइन काट लेता है। कुछ लोग मानते है कि जिसका जो मर्जी होता है वो वही कार्य करता है। कुछ लोग कहते है कि दिन तो दिन रात में भी बिजली काट लिया जाता है कोई कुछ बोलने वाला नहीं है। वही इसको लेकर एक बार आंदोलन करने की भी बात ग्रुप में दिया जाता है।

कुछ मानते है कि इंटौन फीटर को तो कुछ नहीं समझा जाता है उमस भरी गर्मी में भी लाइन दे नहीं रहा, कभी थोड़ा सा मिलता हैं फिर कटे हुए रहता है। वही जेईई साहब से अनुरोध भी किया जाता है कि लाइन को ठीक से दे नहीं तो इसका अंजाम आंदोलन के माध्यम से आप को भारी पड़ेगा क्योंकि अब जनता ऊब चुका है। मगर इन दिनों अधिकारी भी शायद अपने ड्यूटी का निर्वहन सही से नहीं कर रही ऐसा प्रतीत होता हैं अब सवाल उठता है कि बिजली कब सुधर जाएगी क्या सच में जनता जब सड़कों पर उतर जाएगी तो लाइन में सुधार होगा।
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