

*हर साल दुनियाभर में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों में पर्यावरण को लेकर जागरुकता पैदा की जा सके।*
देश के बड़े शहर पिछले कई समय से बढ़े हुए तापमान और प्रदूषित हवा में जी रहे हैं। आज तापमान में तेज़ी से बदलाव का असर सिर्फ इंसानों पर ही नहीं पृथ्वी पर रह रहे सभी जीवों के लिए बड़ा ख़तरा बन गया है। यही वजह है कि कई जीव-जन्तू विलुप्त हो रहे हैं। साथ ही लोग भी सांस से जुड़े कई तरह के रोगों से लेकर कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
*हर साल विश्व पर्यावरण दिवस के लिए एक थीम रखी जाती है और इस साल की थीम है ‘Only One Earth- Living Sustainably in Harmony with Nature’ है।*

संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से साल 1972 में वैश्विक स्तरपर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या और चिंता की वजह से विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की नींव रखी गई। जिसमें 119 देश शामिल हुए थे।

इसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की नींव रखी गई थी और हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने का संकल्प लिया गया।
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