

*समाज में शिक्षा का अलख जगा रहा है श्रीदस स्कूल : जयंत सिन्हा*
बरही में शिक्षा के क्षेत्र में श्रीदस ने नया मुक़ाम स्थापित किया : मनोज यादव

संवाददाता : बरही

बरही देवचंदा मोड़ स्थित श्रीदस इंटरनेशनल स्कूल में 11वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर श्रीदस महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा, बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव, सीबीएसई सिटी कोऑर्डिनेटर हजारीबाग डॉक्टर एहसान उल हक, विद्यालय के संरक्षक रंजीत चंद्रवंशी, प्राचार्य रोहित सिंह और उप प्राचार्य राकेश कुमार और चेयरमैन कविता कुमारी ने संयुक्त रूप से स्कूल के आदर्श स्व. दशरथ सिंह के तस्वीर पर पुष्पमाला अर्पित कर एवं द्वीप प्रज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में सभी अतिथियों को बुके देकर एवं अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया।
इस दौरान मुख्य अतिथि जयंत सिन्हा ने विद्यालय की भव्यता एवं उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यालय में आकर यहां के सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर अभिभूत हूं। यहां के बच्चों का प्रेम एवं अनुशासन को देखकर आत्मा प्रसन्न हुई। उन्होंने क्षेत्र की शिक्षा के विकास के साथ-साथ विद्यालय के बारे में कहा कि विद्यालय दिन प्रतिदिन नहीं ऊंचाइयों को छू रहा है। आगे उन्होंने कहा कि श्रीदस इंटरनेशनल स्कूल हजारीबाग जिला का बेहतरीन स्कूलों में से एक है जो बरही के लिए वरदान साबित हो रहा है।
पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने मंच से अभिवादन करते हुए कहा कि श्रीदस इंटरनेशनल स्कूल ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगा रहा है। उन्होंने मोबाइल और टेक्नोलॉजी का उपोगियता पर जोर देते हुए कहा कि अब का जमाना स्मार्ट टेक्नोलॉजी का है, इससे आप स्मार्ट वर्क कर सकते हैं किंतु बच्चें इसका सहीं उपयोग करें। उन्होंने कहा कि बरही में शिक्षा के क्षेत्र में श्रीदस ने नया मुक़ाम स्थापित किया है।
*परिसर को वेडिंग थीम पर सजाया गया*
इस दौरान स्कूल परिसर को दुल्हन थीम पर सजाया गया था, ढाई एकड में फैले परिसर को लाइट और फूल मालाओं से सजाया गया था। रात की अंधियारे में विद्यालय की खूबसूरती लोगों को आकर्षित किया। प्रवेश द्वार से लेकर स्टेज तक को फ़ुल माला से सजाया गया। कार्यक्रम में भारी संख्या में अभिभावक पहुँच कर आनंद उठाया।
*बच्चों की प्रस्तुति देखकर गौरवान्वित हुए अभिभावक*
इस दौरान स्कूल के बच्चों ने एक से बढ़कर एक मनोरंजक प्रस्तुति दी। बच्चों की नृत्य, संगीत कला और भाषण सुनकर उपस्थित गार्डियन फुले नहीं समाएं। बता दे कि लगभग 25 किलोमीटर के दायरें में मौजूद सभी गांव से अभिवावक आए हुए थें। वहीं अपने बच्चों की प्रस्तुति देखकर और श्रीदस स्कूल की कार्यशैली को देखकर सरहना की। जरहिया से आए हुए कक्षा 8वीं की छात्रा सपना कुमारी की दादी श्रीदस महोत्सव को देखकर गदगद दिखी उन्होंने कहा कि ऐसा प्रोग्राम कभी नहीं देखें। मेरी पोती की जीवन उज्ज्वल है क्योंकि श्रीदस में पढ़ रही है।
*स्कूल के पूर्व छात्रों ने अपनी स्कूल एक्सपीरियंस साझा किया*
इस महोत्सव के दौरान स्कूल के पूर्व छात्र और छात्राएं मौजूद रहें। 2019-20 बैच के छात्र शिवशंकर यादव ने अपने स्कूल अनुभव को साझा करते हुए कहा कि श्रीदास इंटरनेशनल स्कूल ने मेरी जिंदगी बदल दी। देहात और सरकारी स्कूल के छात्र होने के कारण विद्यालय आने से पहले मेरी शिक्षा स्तर बहुत निम्न थी, इंग्लिश न के बराबर आती थी लेकिन श्रीदास स्कूल के बदौलत सेल्फ मोटिवेटेड फील करता हूं वहीं पब्लिक गैदरिंग में भी इंग्लिश में संबोधित करता हूं। इस दौरान स्कूल के कुछ पूर्व छात्र कॉलेज और जॉब की बिजी शेड्यूल के कारण नहीं पहुंचने पर अपने एक्सपीरियंस को वीडियो मैसेज देकर साझा किया।
*नन्हें बच्चों की फैशन शो लोगों को शीटियां बजाने पर किया मजबूर*
महोत्सव के दौरान प्री स्कूल के बच्चों का फैशन शो देखकर आए हुए दर्शक मंत्र मुग्ध हो गए। नन्हें बच्चें आर्मी से लेकर महात्मा गांधी, भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, परी, टीचर्स, वकील के कॉस्ट्यूम देखकर दर्शक शीटिया बजाने पर मजबूर हो गए। इस दौरान बच्चें रैम्प वॉक भी किए।
*स्व दशरथ सिंह के सपनों को साकार करने में लगा है श्रीदस स्कूल : रोहित सिंह*
स्कूल के प्रधानाचार्य रोहित सिंह ने कहा कि श्रीदस इंटरनेशनल स्कूल की नींव सन 2013 में रखी गई थी। विधालय की नींव इस बात पर रखी गई थी कि समाज में विद्या की वह ज्योत जलाना है जिसकी लौ से पूरा संसार रौशन हो सकें। श्रीदस इंटरनेशनल विद्यालय का सपना समाजसेवी पूजनीय स्वर्गीय दशरथ सिंह जी देखा करते थे। जिनके नाम से आज श्रीदस जाना जाता है। अपने स्थापना के दिन से श्रीदस परिवार समाज में शिक्षा का भाव जगाने में कामयाब हुई है। मात्र दस वर्षों में अपनी सर्वश्रेष्ठ कार्यों से और कुशल मार्गदर्शन से विधालय की गरिमा और बुलंदियां आज शिखर पर है। श्रीदस परिवार व विद्यालय का एक मात्र लक्ष्य है, देश के गरीब से गरीब घर के बच्चों तक बेहतरीन शिक्षा पहुंचाना। सौभाग्य है कि श्रीदस, बरही जैसे छोटे शहर में स्थापित है जिसके चारों तरफ ग्रामीण इलाकों से सुसज्जित है। ऐसे भौगोलिक स्थान पर ग्रामीण इलाकों से आने वालें बच्चों के लिए किफ़ायती और विश्वस्तरीय शिक्षा देकर उन्हें निखारना हीं कार्य है। इसके अलावा बच्चों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण, समाजसेवा का भाव , कला संस्कृति में जागरूकता और खेलों में निपुणता लाने की लक्ष्य से विद्यालय अपने सत पार्तिशत देने में लगा हुआ है।
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