

*नयी दिल्ली:* योग से वजन घटा तो बाबा रामदेव को गिफ्ट में दिया आईलैंड, पतंजलि के लिए पहला लोन भी, कौन हैं सुनीता पोद्दार योग की मदद से सुनीता का वजन कम हो गया तो वो बाबा रामदेव की भक्त बन गई। उन्होंने बाबा को करोड़ों का आईलैंड तोहफे में दे दिया। उन्हें पतंजलि शुर करने के लिए पहला लोन दिया था। जानते हैं कौन है सुनीता पोद्दार।
बाबा रामदेव ने योग को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया है। भारत और दुनियाभर में योग को नई पहचान पर पहुंचाने वाले बाबा रामदेव ने साल 2006 में पतंजलि (Patanjali) की शुरुआत की। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पतंजलि की शुरुआत में बाबा रामदेव की मदद किसने की थी। जब उनके पास कोई बैंक खाता तक नहीं था, जब एक महिला अनुयायी ने उन्हें करोड़ों का लोन दिया था, जिसकी मदद से उन्होंने पतंजलि की शुरुआत की और आज वो कंपनी 40 हजार करोड़ की बन चुकी है। उस महिला का नाम सुनीता पोद्दार है।

कौन हैं सुनीता पोद्दार
कौन हैं सुनीता पोद्दार
बाबा रामदेव योगगुरु के साथ-साथ बिजनेसमैन भी बन चुके हैं। उनकी कंपनी पतंजलि का करोड़ों की बन चुकी है। लेकिन एक वक्त था, जब उनके पास इसे शुरु करने के लिए पैसे तक नहीं थे। रामदेव और बालकृष्ण की इस परेशानी को उनकी एक महिला अनुयायी ने दूर किया। उन्होंने ही बाबा रामदेव को लोन दिया था, जिसकी बदौलत बाबा रामदेव ने पतंजलि की नींव रखी। सुनीता ने बाबा रामदेव को 50 से 60 करोड़ रुपए का पर्सनल लोन दिया था। इन्हीं पैसों से उन्होंने साल 2006 में पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना की।

*योग से हुआ वजन कम तो बन गई बाबा की भक्त*
सुनीता और सरवन पोद्दार स्कॉटलैंड में रहते हैं। सुनीता अपने बढ़ते वजन से परेशान थीं। उन्होंने बाबा रामदेव के योग को अपनाया और उनका वजन काफी कम हो गया। यही कारण है जिसकी वजह से सुनीता बाबा रामदेव की फैन हो गईं। वो बाबा रामदेव की अनुयायी बन गई।
उन्होंने 20 लाख पाउंड में लिटिल कुम्ब्रे नामक एक द्वीप खरीदा था, जिसे साल 2009 में बाबा रामदेव को बतौर गिफ्ट दान कर दिया। उन्हें कहीं से बाबा रामदेव की योग क्लासेस की DVD मिली थी। इसकी मदद से उन्होंने अपना वजन कम किया । इसके बाद जब रामदेव ग्लासगो गए तब वहां सुनीता ने उनसे मुलाकात की। इसके बाद वह बाबा की भक्त हो गईं।
*बिहार से हैं नाता*
सरवन पोद्दार बिहार के बेतिया के रहने वाले हैं। बाद में वो स्कॉटलैंड चले गए। सरवन पेशे से इंजीनियर हैं। सुनीता का जन्म मुंबई में हुआ। पालन-पोषण काठमांडू में हुआ। सरवन सिर्फ 4 साल के थे जब वो पिता के साथ ग्लासगो चले गए। सुनीता से उनकी शादी हुई। उन्होंने 1980 में होम केयर का बिजनेस शुरू किया। सुनीता ने भी अपने गैस स्टेशन का बिजनेस छोड़कर पति का कारोबार ज्वाइन कर लिया। सुनीता ग्लासगो की सबसे धनी महिलाओं में गिनी जाती है। वो गैस स्टेशन चलाती थी, लेकिन बाद में पति का कारोबार ज्वाइन कर लिया।
*कैसे हुई बाबा रामदेव से मुलाकात*
बढ़ते वजन से परेशान सुनीता की मुलाकात बाबा रामदेव से विदेश में हुई। बाबा की मदद से उनका वजन कम हो गया और वो उनकी अनुयायी बन गई। सुनीता ओकमिनस्टर हेल्थकेयर की सीईओ हैं। ये कंपनी स्कॉटलैंड की अग्रणी और होमकेयर और पुनर्वास सेंटर के तौर पर काम करती हैं। उन्होंने बिना किसी शर्ते के बाबा रामदेव को पतंजलि शुरू करने के लिए करोड़ों रुपये का पर्सनल लोन दिया। गिफ्त में पूरा आईलैंड दे दिया। साल 2011 तक दोनों के पास पतंजलि आयुर्वेद में 24.92 लाख शेयर थे। कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 7.2 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। आचार्य बालकृष्ण के बाद पोद्दार दंपत्ति पतंजलि आयुर्वेद में दूसरे सबसे बड़े शेयरहोल्डर हैं।
40000 करोड़ का कारोबार
बाबा रामदेव एक साधारण योग शिक्षक थे। बाद में उन्होंने पतंजलि की शुरुआत का फैसला किया। इसमे सरवन और सुनीता पोद्दार के साथ-साथ गोविंद अग्रवाल ने भी काफी मदद की। आज पतंजलि का टर्नओवर 40000 करोड़ रुपये का हो चुका है। एक रिपोर्ट के अनुसार, बाबा रामदेव की पतंजलि ने पिछले वित्त वर्ष में 886.44 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। वहीं आचार्य बालकृष्ण की कुल संपत्ति 29,680 करोड़ रुपए है ।
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