• Mon. Sep 22nd, 2025

मैथनमोड़ में प्रथम पूज्य भगवान गणपति पूजा की धूम…शान्ति क्लब द्वारा भव्य गणेश पूजा का आयोजन।*

ByAdmin Office

Aug 31, 2022

*मैथनमोड़ में प्रथम पूज्य भगवान गणपति पूजा की धूम…शान्ति क्लब द्वारा भव्य गणेश पूजा का आयोजन।*

कुमारधुबी। कुमारधुबी सहित पुरे कोयलांचल में प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा की धूम है।भक्त भक्ति माहौल में भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर रहे है।आज गणेश चतुर्दशी के मौके पर पूजा पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई है…

वही मैथनमोड़ के शन्ति क्लब के नव युवकों द्वारा मैथन रोड़ स्थित गणेश जी की धूम धाम से पूजा की जा रही है..भक्ति भाव से भक्त पूजा में जुट गए है।गणेश पूजा आयोजन में कमिटी सदस्य पूरी आस्था के साथ लगे हुए है।कोरोना काल से उबरने के बाद पहली गणेश पूजा में भक्तों का उत्साह काफी चरम पर है.. शन्ति क्लब द्वारा पिछले 27 वर्षों से गणेश जी का पूजन का आयोजन किया जा रहा है इस अवसर पर काफ़ी संख्या में आसपास के श्रद्धालु भगवान गणेश जी का दर्शन कर रहे हैं…

जानिए गणेश चतुर्थी का महत्व..

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी के 10 दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाता है। विघ्नहर्ता की दिल से पूजा करने से इंसान को सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है और मुसीबतों से छुटकारा मिलता है।

भगवान गणेश के जन्मदिन के उत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। यह मान्यता है कि, भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था। अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार गणेश चतुर्थी का दिन अगस्त अथवा सितम्बर के महीने में आता है।

गणेशोत्सव अर्थात गणेश चतुर्थी का उत्सव, 10 दिन के बाद, अनन्त चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है और यह दिन गणेश विसर्जन के नाम से जाना जाता है। अनन्त चतुर्दशी के दिन श्रद्धालु-जन बड़े ही धूम-धाम के साथ सड़क पर जुलूस निकालते हुए ,भगवान गणेश की प्रतिमा का सरोवर, झील, नदी,डैम इत्यादि में विसर्जन करते हैं।

भगवान गणेश जी को बुद्धि, विवेक, धन-धान्य, रिद्धि-सिद्धि का कारक माना जाता है। गणेश चतुर्थी पर उनकी पूजा करने से शुभ लाभ की प्राप्ति होती है और समृद्धि के साथ धन वृद्धि भी होती है।

आज पूरा देश गणपति बप्पा मोरिया के नारें से गूंज रहा है..
शन्ति क्लब के युवकों ने इसकी तैयारी पिछले कई दिनों से कर रहे थे मैथनमोड़ को दुल्हन की तरह सजाया गया हैं मनमोहन विधुत सजावट एवं मनमोहक पंडाल एवं प्रतिमा लगाया गया हैं।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित कुमार,पिन्टू कुमार साव,शिट्टू सिन्हा,रजत केशरी,अरुण दास,सूरज सिंह,विक्की सिंह,सुजल कुमार,नीरज सिंह,मंतोष सिंह,रवि कुमार,राजा कुमार,रामनारायण साहू,विक्की यादव,मनोज यादव,संजीत यादव एवं कुंदन यादव का सराहनीय योगदान रहा हैं।


There is no ads to display, Please add some
Post Disclaimer

स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *