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जयराम महतो पहुंचा गोविन्दपुर, कुरची में आयोजित एक आम सभा को किया सम्बोधित

ByAdmin Office

Nov 22, 2022

 

गोविंदपुर । कुरची मैदान में आयोजित झारखंड की पहचान 1932 का खतियान महा जुटान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जयराम महतो ने कहा कि झारखंडी यदि नहीं चेते तो आगामी 20 वर्षों में झारखंडी अस्मिता व संस्कृति की समाप्त हो जाएगी उन्होंने कहा कि देश में जब 1807 का आईपीसी चल रहा है तो 1932 क्यों नहीं चलेगा उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत की एक परंपरा जलीकट्टू को सुप्रीम कोर्ट ने बंद कर दिया तो संसद ने दक्षिण भारतीय परंपरा कहकर संविधान में संशोधन कर दिया और यह परंपरा अब भी जीवित है झारखंडी संस्कृति समृद्ध एवं शक्तिशाली है उन्होंने कहा कि शराब से झारखंड को काफी नुकसान हुआ है और इसका प्रयोग कम से कम करने के लिए उनका अभियान चल रहा है उन्होंने झारखंडियो का आह्वान करते हुए कहा कि यदि विपत्ति हो तो किडनी बेच दें पर जमीन न बेचें उन्होंने माताओं से पुरुषों को शराब की लत छुड़ाने की तथा शराबी पतियों पर लगाम लगाने और मङुआ की रोटी खाने की अपील की उन्होंने कहा कि मङुआ की रोटी खाने से एनीमिया की बीमारी नहीं होगी उन्होंने कहा कि यदि कोई माटी, बेटी और रोटी छीने तो बर्दाश्त नहीं करें उन्होंने कहा कि धनबाद का यह दुर्भाग्य है कि जिन्होंने कोई आंदोलन नहीं किया और न कभी पुलिस की एक छड़ी खाई वह सांसद बने हुए हैं गोली धनबाद के लोग खाए हैं और विधायक बक्सर वाले बन गए, जो मेडिकल कॉलेज का नामकरण निर्मल महतो करने पर आपत्ति जताते हैं श्री महतो ने कहा कि झारखंड हित की बात नहीं करने वाले सांसदो व विधायकों को 2024 में औकात बता दे सभा की अध्यक्षता करते हुए मुखिया निमाई महतो ने कहा कि झारखंडी अब जग गए हैं अत्याचार और अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा। सभा में मुखिया विनोद रजवार, पप्पू सिंह , अनीस अंसारी, लव महतो, कुश महतो, विश्वनाथ पाल, सहदेव महतो, मालती देवी, कमल किशोर महतो, ओम प्रकाश हरि, बैजनाथ गोस्वामी, उपेन दास, जैनुल अंसारी, इस्माइल अंसारी समेत दर्जनों लोग मौजूद थे इसके पूर्व गोविंदपुर लाल बाजार में जयराम महतो का जोरदार स्वागत किया गया स्वागत करने वालों में डॉ अंजनी कुमार, बाबू भगत, जितेश जायसवाल, बाबू भगत शैलेंद्र भगत, शंभू प्रसाद भगत, नवीन भगत आदि शामिल थे!


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