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घाघरा जल प्रपात बना आदिम जनजाति के लोगों के लिए रोजगार का साधन

ByAdmin Office

Aug 31, 2024

 

 

केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट

 

 

 

केरेडारी : लाल आतंक के गढ़ के नाम कलंकित घाघरा जल प्रपात का क्षेत्र लाजीदाग मसूरिया मनातू अब बिकास के मुख्यधारा से कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है! लाल आतंक के साया को कोशो दूर छोड़ लोग सरकारी लाभ के प्रति जागरूक हो चुके हैं! जी हां हम बात कर रहे हैं केरेडारी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मनातू पंचायत और हेवई पंचायत के सीमा पर स्थित बहुचर्चित घाघरा जल प्रपात का! वर्ष 2023 के भांति इस वर्ष भी 31 अगस्त को दो लाख महझिंगा मछली बीज का जीरा सेंट्रल इनलैंड फिसरिस रिसर्च इंस्टीट्यूट बैरकपुर कोलकाता व झारखंड सरकार मत्स्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मत्स्य वैज्ञानिक डॉक्टर ए के दास व हजारीबाग जिला मत्स्य प्रवीण किस्पोट्टा के संयुक्त उपस्थिति में घाघरा जल प्रपात में छोड़ा गया! इस अवसर पर मत्स्य वैज्ञानिक डॉक्टर ए के दास ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद व केंद्रीय मत्स्य अनुसंधान केंद्र जो 1947 में स्थापित है उनके निर्देशक डॉक्टर बसंत कुमार दास के निर्देशानुसार हजारीबाग जिले के केरेडारी प्रखंड अंतर्गत घाघरा जल प्रपात में महझिंगा पालन के लिए दो लाख झींगा मछली का जीरा डाला गया है इसका मुख्य उद्देश्य मत्स्य जीवी संस्था से निबंधित आदिम जनजाति के लोगों के दैनिक जीवन में सुधार लाना उनके लिए रोजगार का साधन मुहैया कराना ताकि इस जाति के लोगों की दैनिक जीवन की दशा में सुधार हो! यह प्रोजेक्ट 18 सितंबर 2023 से शुरू किया गया है जो 2026 तक संचालित रहेगा! बीते वर्ष के अपेक्षा इस वर्ष महाझिंगा पालन के लिए डैम को ड्रम जाल समेत अन्य उपकरणों से सुसज्जित किया गया है ताकि बाहरी खाऊ मछली महाझिंगा के जीरे को नुकसान नहीं पहुंचा सके!जिला मत्स्य विभाग के प्रवीण किस्पोट्टा ने कहा कि जिला मत्स्य विभाग वर्ष 2023 से घाघरा जलाशय मत्स्य जीवी सहयोग समिति से जुड़े लोगों के आर्थिक रूप से सहयोग करने के लिए महाझींगा मछली पालन में हरसंभव सहयोग कर रही है! वहीं समिति के अध्यक्ष चंदर गंझू ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि घाघरा जलासय मत्स्य जीवी सहयोग समिति को सरकार द्वारा महझिंगा मछली पालन देकर रोजगार का साधन मुहैया करा रही है लेकिन समिति से जुड़े लोगों के पास इससे संबंधित संसाधनों जैसे लाइफ जैकेट नाव हैचरी क्रेज कल्चर बायो फलक सिस्टम का भारी अभाव है सरकार व जिला प्रशासन हजारीबाग से मांग करते हैं कि उपरोक्त संसाधनों को समिति को मुहैया कराए! मौके पर घाघरा जलसाय मत्स्य जीवी सहयोग समिति मसूरिया लाजीदाग मनातू के अध्यक्ष चंदर गंझू सचिव प्रतिमा देवी कोषाध्यक्ष पूनम देवी समेत समिति के अन्य महिला पुरुष सदस्य मौजूद थे!


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