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घर की लाडली होती है बेटी अपनी बेटी को जरूर पढ़ाएं और आत्मनिर्भर बनाएं*

ByAdmin Office

Aug 29, 2022

. *घर की लाडली होती है बेटी अपनी बेटी को जरूर पढ़ाएं और आत्मनिर्भर बनाएं*

रोशनी मेरे घर की घर की लाडली होती है बेटी अपनी बेटी को जरूर पढ़ाएं और आत्मनिर्भर बनाएं जब तक बाप जिंदा रहता है, बेटी मायके में हक़ से आती है और घर में भी ज़िद कर लेती है और कोई कुछ कहे तो डट के बोल देती है कि मेरे बाप का घर है। पर ?जैसे ही बाप मरता है और बेटी आती है तो वो इतनी चीत्कार करके रोती है कि, सारे रिश्तेदार समझ जाते है कि बेटी आ गई है।

और वो बेटी उस दिन अपनी हिम्मत हार जाती है, क्योंकि उस दिन उसका बाप ही नहीं उसकी वो हिम्मत भी मर जाती हैं।

आपने भी महसूस किया होगा कि बाप की मौत के बाद बेटी कभी अपने भाई- भाभी के घर वो जिद नहीं करती जो अपने पापा के वक्त करती थी, जो मिला खा लिया, जो दिया पहन लिया क्योंकि जब तक उसका बाप था तब तक सब कुछ उसका था यह बात वो अच्छी तरह से जानती है।

आगे लिखने की हिम्मत नहीं है, बस इतना ही कहना चाहता हूं कि बाप के लिए बेटी उसकी जिंदगी होती है, पर वो कभी बोलता नहीं, और बेटी के लिए बाप दुनिया की सबसे बड़ी हिम्मत और घमंड होता है, पर बेटी भी यह बात कभी किसी को बोलती नहीं है।

बाप बेटी का प्रेम समुद्र से भी गहरा है

उमेश कुमार गिरि
गोविंदपुर धनबाद झारखंड


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