

*गोविंदपुर दलदली से बिना नंबर बाली कोयला लदी एक ट्रेक्टर को गोविंदपुर पुलिस ने किया जब्त,ट्रेक्टर पर अबैध कोयला का है शक*
गोविंदपुर पुलिस ने दलदली कब्रिस्तान के पास एक अबैध कोयले से लदी ट्रेक्टर को जब्त किया है। यह कोयला से लदी ट्रेक्टर में कोई नंबर प्लेट नही है लेकिन सूत्र के अनुसार यह ट्रेक्टर जिनका है वह एक अन्य पाटर्नर के साथ मिलकर कोयला का अबैध कारोबार करता है।

बताया जाता है कि यह दलदली स्थित एक बिक्रेट प्लांट में कोयला का स्टोरेज किया जाता है तथा वहां से बाहर भेजा जाता है। इस पूरे प्रकरण में पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।इस बीच इस बात कह खुलासा हुआ है कि गोविंदपुर में धड़ल्ले से अबैध कोयला का कारोबार हो रहा है।इस कारोबार की जानकारी अधिकारी को भी है और कुछ सफेदपोश भी इसमें शामिल है।

*गोविंदपुर बना अबैध कारोबारियों का सुरक्षित क्षेत्र*
गोविंदपुर में शाम होते हीं अबैध कारोबार का खेल शुरू हो जाता है।शाम से हीं यहां अबैध कारोबारियों की जमघट शुरू हो जाती है।आश्चर्य तो यह है कि जीटी रोड पर गोविंदपुर पुलिस की पेट्रोलिंग लगातार चलती रहती है फिर भी इन कारोबार में लगे लोगों की अनदेखी की जाती है।
प्राप्त सूत्र के अनुसार रतनपुर के जिरामूड़ी जाने वाले कुछ कोल डिपू,अम्बोना मोड़,के पास गीतांजलि होटल के पीछे स्थित कोल डिपू, तथा बरवा के एक ब्रिकेट प्लांट,के अलावे दलदली, राँगाबान्ध ,अम्बोना मोड़ तथा देवली क्षेत्र के कई जगहों पर अबैध कारोबार चलता है।
*नकली जीएसटी पेपर के सहारे जाता है कोयला बनारस और डेहरी*
इस पूरे प्रकरण में जो बात खुल कर सामने आई है उसके अनुसार धनबाद के विभिन्न क्षेत्रों से कोयला गोविंदपुर के कुछ कोल डिपू में डंप होता है और यहां से कोयला नकली कागज के सहारे बाहर भेजा जाता है।बीच में जिला प्रशासन के पहल पर गोविंदपुर के कुछ अबैध डिपू पर छापामारी भी हुई है।तथा कुछ मामले उजागर भी हुए।इसके बाबजूद यह कारोबार जारी है।
*मैथन थर्मल पावर स्टेशन जाने वाली कोयला की होती है हेराफेरी*
जानकार सूत्रों से पता चला कि राँगावांध, बरवापूर्व तथा तेतुलिया क्षेत्र में मैथन थर्मल जाने वाली कोयला की गाड़ी से अच्छा क्वालिटी की कोयला खाली होता है और उतना ही कोयला लो क्वालिटी का उस में भर कर भेजा जाता है। इस कारोबार में बड़े- बड़े सफेद पोश लगे हैं।
*स्टॉक का खेल…?*
यहां कोयला का खेल भी निराले हैं कुछ कहने के लिए बैध कोयला का कारोबार करते हैं।अगर उनके पास बैध स्टॉक 50 टन है। और पुलिस को दिखाने के लिए 50 टन का स्टॉक तो दिखाते हैं लेकिन वहां उसी स्टॉक के सहारे 100 टन 200 टन का काम कर लेते हैं यह काम इतनी सफाई से हो रही है कि पुलिस प्रशासन के पास भी इसे इस मुसीबत से बाहर निकलने का रास्ता मिल जाता है।
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