

*आज २७ जून भारत के राष्ट्रीय-गीत ‘वंदे मातरम’ के रचयिता बंकिम चंद्र चटोपाध्याय की आज 184वीं जयंती है**
*बंकिम चंद्र चटोपाध्याय का जन्म पश्चिम बंगाल के उत्तरी चौबीस परगना के कंठालपाड़ा, नैहाटी में आज ही के दिन यानी 27 जून, 1838 को उनका जन्म हुआ था। बंगाल के प्रसिद्ध प्रेसीडेंसी कॉलेज से 1857 में बीए की डिग्री लेने वाले बंकिम चंद्र पहले भारतीय थे. उनकी प्रथम बांग्ला कृति ‘दुर्गेशनंदिनी’ 1865 में छपी थी।*

*बांग्ला भाषा के प्रसिद्ध उपन्यासकार और कवि होने के साथ साथ बंकिम चंद्र पत्रकार भी थे। प्रसिद्ध उपन्यास ‘आनंद मठ’ लिखने वाले बंकिम चंद्र ‘साहित्य सम्राट’ के नाम से भी मशहूर थे।*

*आनंदमठ को उनके जीवन की सर्वकालिक महान रचना कहा जा सकता है। बांग्ला साहित्य में आनंदमठ को धार्मिक ग्रंथ की भांति हीं सम्मान दिया जाता है। इसी उपन्यास में वंदेमातरम गीत था, जो आगे चलकर हमारा राष्ट्रीय गीत बना। कहा इन्होंने बंग दर्शन नामक साहित्यिक पत्र भी निकाला था। विश्व कवि रवींद्र नाथ टैगोर इसी पत्र में लिखकर प्रकाश में आये थे। बंकिमचंद्र का 1894 ईसवी को मात्र 56 वर्ष की आयु में निधन हो गया। ऐसे महापुरुष को इन्हें शत-शत नमन।*
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