

केरेडारी
केरेडारी : प्रखंड में जानवरों में फैलने वाला लंपी वायरस काफी तेजी से फैल रहा है लंपी वायरस पूरे प्रखंड के पशुओं में काफी तेजी से फैल रहा है। पशुपालन विभाग के कर्मियों ने बताया कि प्रखंड में लगभग 45 हज़ार से भी अधिक पशु है जिनमे से करीब पांच हज़ार गौवंशीय पशु इससे पीड़ित है। प्रखंड के पताल , बुंडू , जोरदाग मनातू,बेंगवरी , पचड़ा, बेलतू, कंडाबेर, पेटो, कराली, सलगा,सहित कई अन्य जगहों पर यह वाईरस फैल चुका है। एक ओर जहां यह बीमारी महामारी का रूप लेती जा रही है वहीं प्रखंड का एकमात्र पशु चिकित्सालय खुद बीमार पड़ा हुआ है। यहां के पशु चिकित्सक बड़कागांव प्रखंड के साथ, केरेडारी पशु चिकित्सक के अतिरिक्त प्रभार में है। लंपी वायरस का कोई भी वैक्सीन यहां उपलब्ध नही है। ऐसी परिस्थितियों में बीमारी से ग्रस्त पशुओं की इलाज कैसे होगी। लंपी वाईरस एक तेजी से फैलने वाला बीमारी है जो काफी गति से पशुओं को बीमार कर रहा है। पशुपालन विभाग के कर्मियों ने बताया कि इस बीमारी में पशुओं के शरीर मे बड़े बड़े या मंझले आकार के फोड़े हो जाते है या फिर गले मे सूजन के साथ बुखार भी आ जाती है। इन पशुओ का दूध पीना भी खतरनाक होता है जिससे दूध पीने वाला ब्यक्ति, बच्चा या बुजुर्ग भी बीमार हो सकते है। पशुओं में फैलती इस बीमारी से किसान काफी चिंतित नज़र आ रहे है वे जैसे तैसे कर्ज लेकर अपने स्तर से पीड़ित पशुओं का इलाज करवा रहे है पर इनकी बीमारी कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है और एक से दूसरे जानवरो में फैलता जा रहा है। पशु चिकित्सक डॉक्टर बीरेंद्र प्रसाद, सतेंद्र सिंह महेंद्र महतो के सहारे केरेडारी प्रखंड में इलाज चल रहा है प्रखंड में पशु चिकित्सा पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित कर खानापूर्ति किया जा रहा है! वहीं पशुओं का ईलाज भगवान भरोसे है!

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