
पंचेत (धनबाद) | 25 दिसंबर 2025: दामोदर घाटी निगम (DVC) द्वारा पंचेत डैम निर्माण के दौरान विस्थापित हुए लगभग 10 हजार परिवारों को न्याय दिलाने की मांग अब तेज हो गई है। ‘दामोदर वैली वस्तुहारा संग्राम समिति’ के बैनर तले पिछले 32 दिनों से जारी धरना प्रदर्शन पर डीवीसी प्रबंधन की संवेदनहीनता को देखते हुए धनबाद सांसद ढुल्लू महतो ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।
प्रबंधन की संवेदनहीनता पर पत्र प्रेषित

सांसद ढुल्लू महतो ने विस्थापितों की समस्याओं और प्रबंधन की उदासीनता से संबंधित एक महत्वपूर्ण पत्राचार पंचेत मंडल अध्यक्ष को सौंपा है। सांसद ने पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया कि 32 दिनों से कड़ाके की ठंड में धरना दे रहे विस्थापितों की सुध न लेना प्रबंधन की “संवेदनशून्यता” को दर्शाता है।

उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
सांसद ने मंडल अध्यक्ष को निर्देश दिया कि वे प्रबंधन पर दबाव बनाएं ताकि इस मुद्दे को जल्द से जल्द ‘सॉर्ट आउट’ (समाधान) किया जा सके। सांसद ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि विस्थापितों की मांगों पर तुरंत सार्थक पहल नहीं की गई, तो प्रबंधन का यह आचरण जन भावना को उग्र कर सकता है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी डीवीसी प्रशासन की होगी।
क्या हैं विस्थापितों की मांगें?
विस्थापित परिवारों का कहना है कि दशकों पहले जमीन और घर खोने के बाद भी उन्हें उचित मुआवजा, पुनर्वास और नियोजन का लाभ नहीं मिला है। प्रबंधन द्वारा बार-बार आश्वासन देने के बावजूद धरातल पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
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