
सरायकेला : रतन टाटा सादगी, ईमानदारी और राष्ट्रनिर्माण के प्रतीक जटाशंकर पांडे
उक्त बाते श्री जटाशंकर पांडे जी ने नारायण प्राइवेट आईटीआई, लुपुंगडीह, चांडिल में देश के महान उद्योगपति, समाजसेवी एवं टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा की जयंती समारोह के अवसर पर कहा

कि रतन टाटा सादगी, ईमानदारी और राष्ट्रनिर्माण के प्रतीक थे। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने देश ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर पहचान बनाई। टाटा नैनो, टाटा स्टील का अंतरराष्ट्रीय विस्तार, जगुआर-लैंड रोवर का अधिग्रहण जैसे ऐतिहासिक कार्य उनके दूरदर्शी नेतृत्व के उदाहरण हैं। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और आपदा राहत के क्षेत्र में उनके सामाजिक योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।

डॉ. पांडे जी ने कहा कि रतन टाटा का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है और उनके आदर्शों को अपनाकर ही सशक्त भारत का निर्माण संभव है।
इस अवसर पर संस्थान के प्रशिक्षार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों ने रतन टाटा के विचारों और कार्यों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन श्रद्धांजलि के साथ किया गया ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मौजूद रहे प्राचार्य जयदीप पांडे, शांति राम महतो, प्रकाश महतो, देवाशीष मंडल, शुभम साहू, भगत लाल तेली, शशि प्रकाश महतो,संजीत महतो, पवन महतो, गौरव महतो, कृष्णा पद महतो,आदि मौजूद रहे ।
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