

बोकारो थर्मल: डीवीसी के बोकारो थर्मल पावर स्टेशन (BTPS) और चंद्रपुरा थर्मल पावर स्टेशन (CTPS) में छाई (राख) ट्रांसपोर्टिंग को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन आज मंगलवार को पंद्रहवें दिन भी जारी रहा। इस आंदोलन का नेतृत्व हाइवा कोयलांचल ऑनर एसोसिएशन बेरमो और विस्थापित कर रहे हैं।
‘मांगें जायज, डीवीसी प्रबंधन की मनमानी’

आंदोलनकारियों के समर्थन में सीपीआई नेता गणेश प्रसाद महतो और अनुभवी आंदोलनकारी वीरेंद्र साव भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि हाइवा कोयलांचल ऑनर एसोसिएशन बेरमो और विस्थापितों द्वारा की जा रही मांगें पूरी तरह से जायज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एक ओर डीवीसी प्रबंधन विस्थापितों को रोजगार मुहैया नहीं करा रहा है, वहीं दूसरी ओर जब स्थानीय विस्थापित आत्मनिर्भर बनने और परिवार चलाने के लिए हाइवा खरीद रहे हैं, तो प्रबंधन ट्रांसपोर्ट कंपनियों के साथ मिलकर उन्हें कम रेट पर छाई ट्रांसपोर्ट करने के लिए बाध्य कर रहा है।

वक्ताओं ने बताया कि जहां एक सप्लाई मजदूर को एक महीने में 30-35 हजार रुपये वेतन मिलता है, वहीं हाइवा मालिक को एक महीने तक छाई ट्रांसपोर्टिंग करने के बाद भी एक सप्लाई मजदूर के बराबर, यानी 30-35 हजार रुपये भी नहीं बच पा रहे हैं।
‘पुराने टेंडर को एक्सटेंशन दिया, भाड़ा बढ़ाने की मांग’
आंदोलनकारियों का यह भी कहना है कि ट्रांसपोर्ट कंपनियों का निविदा 29 जून को समाप्त हो जाने के बावजूद डीवीसी ने नया टेंडर नहीं निकाला है, बल्कि पूर्व की कंपनी को ही एक्सटेंशन दे दिया है। उन्होंने मांग की है कि जब तक डीवीसी छाई ढुलाई के लिए नया टेंडर करके प्रति टन प्रति किलोमीटर 10 रुपये भाड़ा नहीं करती और ओवरलोडिंग को पूर्ण रूप से बंद नहीं करती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
विधायक ने भी SDM को लिखा पत्र
इस संबंध में बेरमो के विधायक माननीय कुमार जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने भी अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है।
मौके पर अध्यक्ष गुलेश्वर महतो, उपाध्यक्ष मुन्ना कुमार, सह कोषाध्यक्ष आजाद बावरी, सदस्य संजय वर्णवाल, जय प्रकाश साव, नीरज विश्वकर्मा, सुरेश साव, मनोज यादव के अलावा विभिन्न विस्थापित संगठनों के लोग, जिनमें मुख्य रूप से नरेश प्रजापति, प्रफुल्ल ठाकुर, फलजीत महतो, भोला कुमार तुरी, हेमंतलाल प्रजापति, लखी नारायण महतो, रामदेव, दौलत सिंह, द्वारिका प्रसाद महतो, सुनील सिंह, मुंद्रिका राम, शंकर महतो, गोविंद महतो आदि मौजूद थे।
There is no ads to display, Please add some





Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com