
नावाडीह / बेरमो
नावाडीह प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र ऊपरघाट अंतर्गत कोठी, पेंक ,पोखरिया,मुंगोरंगामाटी, गोनियाटो, कंजकिरो, पिपराडीह, नारायणपुर, लहिया, हरलाडीह, बरई पलामू आदि गांवों के किसान अपने वर्ष भर की कमाई धान की कटाई को सहेजने में जुट गए हैं। वही नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट में धान की कटाई तेजी से हो रही है।

बादल छाए रहने के कारण किसान खेतों से धान काटकर ट्रैक्टर एवं अन्य पारंपरिक संसाधनों के माध्यम से खलिहानों तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं। किसान इन दिनों परिवार सहित रुके कार्य को जल्दी पूरा करने एवं धान को खेत से खलिहान तक लाने के लिए व्यस्त हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने खेतों में दिन भर व्यस्त नजर आ रहे है।

युवा किसान भुनेश्वर कुमार महतो ने बताया कि धान कटाई के पूर्व किसान ग्राम देवता की पूजापाठ वर्षों से परंपरा तरीके से करते हुए कहीं, खीर का भोग लगाकर तो कहीं सफेद मुर्गा की बलि देकर कर रहे हैं। इन दिनों ग्रामीण क्षेत्र में लोकगीतों का आज भी बड़ा महत्व है। धान बुआई हो या फिर धान की कटाई सभी के लिए लोकगीतों की लंबी श्रृंखलाएं हैं।
अनेक पारंपरिक लोकगीत आज भी प्रचलन में है और आज भी ग्रामीण परिवेश के लोग हर मौके पर समूह में लोक गीतों का आनंद लेते नजर आते हैं। वहीं धान काट रहे ग्रामीण महिलाओं के समूह के लोकगीतों की गूंज खेतों में गूंजने लगे हैं।
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