
बोरीवली (पूर्व): राजेंद्र नगर की बस्ती में, ‘साईं मित्र मंडल’ ने पिछले 30 वर्षों से गणेश चतुर्थी का भव्य उत्सव मनाकर एक अमिट छाप छोड़ी है। यह उत्सव केवल गणेश भगवान की स्थापना तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने सामाजिक सौहार्द, सेवा और सम्मान की एक मजबूत परंपरा को भी जन्म दिया है।
इस साल भी मंडल ने गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर कई कल्याणकारी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए। इनमें सबसे प्रमुख रहा बस्ती के लिए भोजन व्यवस्था, जिसने सैकड़ों लोगों को भोजन प्रदान किया और समाज के प्रति मंडल की प्रतिबद्धता को दर्शाया।

गणेश उत्सव के दौरान, मंडल ने वरिष्ठ समाजसेवियों और लीजेंड्स को सम्मानित किया। उन्हें गणेशजी की चांदी की मूर्ति, शाल और श्रीफल (नारियल) देकर उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। यह सम्मान समारोह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वालों के प्रति कृतज्ञता की भावना को दर्शाता है।

उत्सव का माहौल गीत, संगीत और भजनों से गुंजायमान रहा, जिससे पूरी बस्ती में भक्ति और उल्लास की लहर फैल गई। मंडल के सदस्यों ने जनता-जनार्दन के आशीर्वाद को भगवान का प्रसाद मानते हुए इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित किया।
इस विशेष अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जिनमें ताई आसावरी पाटील, सुशील सिंह और राजू मिश्रा शामिल थे।
इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजकों में से एक, डॉ. राजेंद्र राय शर्मा, ने इस उत्सव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं, जैसे कि एनसीपी कामगार सेल और अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस। उनके नेतृत्व में ‘शिक्षण अभियान’ और ‘अन्न, कपड़ा, दवाई’ जैसी पहलों ने राजेंद्र नगर के लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है। बस्ती के लोग डॉ. शर्मा के निस्वार्थ उपकारों के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं और उन्हें अपना आशीर्वाद देते हैं।
डॉ. राजेंद्र राय शर्मा ने कहा, “यह हमारा सौभाग्य है कि हम पिछले 30 सालों से यह सेवा कर पा रहे हैं। जनता का प्यार और आशीर्वाद ही हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा है। हम इसी तरह समाज के लिए काम करते रहेंगे।”
’साईं मित्र मंडल’ के समिति सदस्यों ने इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सदस्यों में रवि रेड्डी, लोकेश दसारी, गणेश ठक्कर, सागर कंधारे, सुरेश ठक्कर, सुनील भोसले, अशोक मेठारी, भावेश भेड़ा, राकेश दसारी, निखी पुजारी, संतोष गुरु, निकुंज भेदा, प्रवीण चेट्टापाली, शशि रेड्डी और नरेश कोस्की शामिल हैं।
यह उत्सव सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि राजेंद्र नगर के लोगों के लिए एकता, सेवा और सामुदायिक भावना का प्रतीक बन गया है।
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