

रिपोर्ट सत्येन्द्र यादव
कुल्टी, सीतारामपुर रेलवे-स्टेशन रोड स्थित टैगोर इंस्टीट्यूट में रविवार को पश्चिम बंगाल प्राईमरी टीचर एसोसिएशन का 43 वां दो दिवसीय सम्मेलन का समापन हुआ। जहा राज्य सरकार से विभिन्न मांग को लेकर मंथन करने का आग्रह किया गया

इस दौरान पश्चिम बंगाल प्राईमरी टीचर एसोसिएशन के राज्य महासचिव दीनबंधु विद्याभूषण कहा कि प्राईमरी स्कूल में हेड मास्टर के पद पर कार्यरत शिक्षक को उस पद के लिए मात्र 400 सौ रुपए दिया जाता हैं जो बहुत ही कम हैं और उसे इंक्रीमेंट के रूप में बदला जाय। चिकित्सा सुविधा के लिए मात्र 500 रुपए दिये जाते हैं, उसे बंद कर सभी शिक्षक को राज्य सरकार की हेल्प स्कीम में जोड़ा जाए जिससे परिवार के सभी सदस्यों को लाभ मिल सके । तीन साल के बच्चे भी आजकल मोबाइल फोन चलाते हैं और चेट का भी प्रयोग करते हैं। स्कूल में आधुनिक शिक्षा प्रणाली के तहत कंप्यूटर और इन्टरनेट की व्यवस्था की जाए ताकि अंग्रेजी माध्यम से चलने वाले स्कूल से सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे प्रतिस्पर्धा कर सके। उन्होंने स्पोर्ट्स को लेकर कहा कि तमिलनाडू में सरकारी काम से खेल विश्वविद्यालय में जाने का मौका मिला। वहा पर खेल के प्रति लोगों का झुकाव और जुनून देखकर आश्चर्य चकित हो गया। यहा तो इस विषय पर आभी तक सोचा भी नहीं गया हैं। कारण खेल से बच्चो का शारीरिक विकास होता हैं और बाल अवस्था में प्रशिक्षण मिलने से यहां के बच्चे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बन सकते हैं। जिस पर सरकार को गंभीरतापूर्वक विचार करना होगा।

इस दौरान राज्य अध्यक्ष शमसुल आलम, पश्चिम बर्दवान जिला के सचिव अनिमेश माजी, अध्यक्ष विजन विश्वास, संगठन कमेटी के सुबल चक्रवर्ती, अनिल गोंड समेत कई लोग उपस्थित थे।
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