

बड़कागांव, मंगल बाजार कुम्हरडिहा: शिक्षा के क्षेत्र में ग्रामीण प्रतिभाओं ने एक बार फिर अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है। मंगल बाजार कुम्हरडिहा स्थित प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान एजुकेशन हब के छात्रों ने इस वर्ष 10वीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पूरे इलाके का नाम रोशन किया है। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि लगन और कड़ी मेहनत के आगे संसाधनों की कमी भी बाधा नहीं बन सकती।
कोचिंग का बेहतरीन प्रदर्शन

एजुकेशन हब से इस वर्ष दर्जनों से अधिक विद्यार्थियों ने 10वीं बोर्ड परीक्षा दी, और उनमें से अधिकांश ने प्रथम श्रेणी में सफलता हासिल की। यह संस्थान की प्रभावी शिक्षण पद्धति और छात्रों की अटूट मेहनत का सीधा परिणाम है। संस्थान के छात्र सुनील कुमार ने 84.6% अंक प्राप्त कर कोचिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया। सुनील ने न केवल अपने कोचिंग संस्थान का गौरव बढ़ाया, बल्कि पूरे गांव को भी गौरवान्वित किया है।

सफलता के पीछे का रहस्य
कोचिंग संचालक धर्मेंद्र कुमार ने इस शानदार सफलता का श्रेय बच्चों की कड़ी मेहनत, उनके माता-पिता के निरंतर सहयोग और संस्था की नियमित मार्गदर्शन प्रणाली को दिया। उन्होंने कहा, “हम बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं देते, बल्कि उन्हें अनुशासन, आत्मविश्वास और जीवन कौशल भी सिखाते हैं, जो उन्हें भविष्य में सफल होने में मदद करता है।” यह समग्र दृष्टिकोण ही एजुकेशन हब को अन्य संस्थानों से अलग बनाता है।
अन्य मेधावी छात्र
सुनील कुमार के अलावा, एजुकेशन हब के अन्य विद्यार्थियों ने भी असाधारण प्रदर्शन किया है। इनमें सिमरन कुमारी (74.4%), प्रतिमा कुमारी (71.4%), कृष कुमार (78.4%), पवन कुमार (79.8%), मिथलेश कुमार (68.6%), और यश कुमार (68%) जैसे नाम प्रमुखता से शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, मोहित कुमार, रीना कुमारी, प्रभात कुमार, विक्रम कुमार, कुंदन कुमार और अंशु कुमार जैसे छात्रों ने भी 75% से अधिक अंक प्राप्त कर अपने परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
संस्थान की अनूठी पहल
एजुकेशन हब छात्रों को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान करता है। संस्थान में साप्ताहिक टेस्ट, डाउट क्लियरिंग क्लासेस और मोटिवेशनल सेशंस नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं। ये पहल छात्रों को निरंतर मार्गदर्शन प्रदान करती हैं और उनके आत्मबल को बढ़ाती हैं, जिससे वे अकादमिक और व्यक्तिगत रूप से बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं।
यह उपलब्धि एक बार फिर यह सिद्ध करती है कि ग्रामीण भारत में भी अगर सही दिशा, समर्पित प्रयास और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, तो यहां की प्रतिभाएं किसी से पीछे नहीं रहतीं और हर चुनौती को पार कर सकती हैं। एजुकेशन हब ने ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित किया है, जो अन्य संस्थानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है।
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