

धनबाद/सिंदरी: ‘सिंदरी की पहचान’ माने जाने वाले दशहरा उत्सव का भव्य और आकर्षक कार्यक्रम रावण दहन खराब मौसम के कारण टलने के बाद आज, शनिवार 4 अक्टूबर को किया जाएगा। सिंदरी अंचल के शहरपुरा शिव मंदिर प्रांगण में शाम करीब 7:30 बजे रावण के विशाल पुतले का दहन होगा।
65 फीट ऊँचा पुतला बना आकर्षण का केंद्र

शिव मंदिर कमेटी के सचिव दिनेश सिंह ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी 65 फीट ऊँचा और 40 फीट चौड़ा रावण की प्रतिमा बनाई गई है, जिसे कलाकार राजन तिवारी ने तैयार किया है। रावण दहन के दौरान इस बार भी आतिशबाजियों की जोरदार धूम रहेगी, जो पूरे नगर के वातावरण को गुंजायमान कर देगी।

सिंदरी में रावण दहन का प्रारंभ वर्ष 1957 में हुआ था। यह पूरे धनबाद जिले में एकमात्र ऐसा आयोजन है, जो अपनी भव्यता और परंपरा के लिए जाना जाता है।
जुलूस और आयोजन की परंपरा
रावण दहन कार्यक्रम से पहले भव्य जुलूस निकाला जाता है। इस जुलूस में रथ पर सवार राम, लक्ष्मण तथा हनुमान की भूमिका में कलाकार जय श्री राम और जय हनुमान के गगन भेदी नारों के साथ झांकियां निकालते हुए नगर भ्रमण करते हैं और शहरपुरा शिव मंदिर प्रांगण पहुंचते हैं। जुलूस के बाद राम और लक्ष्मण द्वारा रावण पर बाण चलाया जाता है, जिसके बाद रावण का पुतला धू-धू कर जल उठता है।
इस सफल आयोजन को लेकर दिनेश सिंह के नेतृत्व में कमेटी के सदस्य – जिसमें विदेशी सिंह, राजबिहारी सिंह, सुरेश सिंह, बृजेश सिंह, मणिभूषण सिंह, कामेश्वर सिंह, संजय सिंह, वीरेंद्र सिंह, अनिल सिंह, सुनील सिंह, नुनु लाल टुडू, लोगन हेंब्रम, रणधीर सिंह, रूपेश कुमार उर्फ मुन्ना मुखिया, मनोज कुमार, महेश कुमार, राजन तिवारी, कुंदन श्रीवास्तव, शिव बहादुर तिवारी, ओम प्रकाश सिंह आदि शामिल हैं – पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं। अंचल डीएसपी, पुलिस और थाना प्रशासन भी शांतिपूर्ण आयोजन के लिए अनुशासित सहयोग कर रहे हैं।
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