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प्रधानमंत्री मोदी का जयपुर दौरा, राजस्थान को देंगे 1 लाख करोड़ से अधिक की सौगातें

ByBiru Gupta

Dec 17, 2024

 

जयपुर : भजनलाल सरकार के 1 साल पूरा होने के मौके पर 17 दिसंबर को जयपुर में बड़ा जश्न मनाया जाएगा. जयपुर के दादिया में होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे. प्रधानमंत्री की इस सभा को भव्य बनाने में बीजेपी संगठन भीड़ जुटाने में जुटा है. वहीं, हर जिले का प्रशासनिक अमला भी तैयारियों में लगा हुआ है. जनसभा में भीड़ जुटाने सहित तमाम तरह की व्यवस्था के लिए मंत्री, विधायक और पदाधिकारी सहित प्रशासनिक महकमा लगा हुआ है.

इस कार्यक्रम को सरकारी आयोजन का रूप दिया जा रहा है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी शामिल किया जाएगा. दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए 3 लाख से ज्यादा लोग पहुंचेंगे.

1 लाख करोड़ से अधिक की सौगात : 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेशवासियों को 1 लाख करोड़ से अधिक की बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. इसमें प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘पार्वती-कालीसिंध-चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट’ (PKC-ERCP) के पहले चरण का शिलान्यास किया जाएगा. इस परियोजना से मध्य प्रदेश और राजस्थान में जल संकट कम होने की उम्मीद है.

एमपीकेसी लिंक परियोजना में प्रमुख नदियां शामिल हैं, जैसे चंबल और इसकी सहायक नदियां- पार्वती, कालीसिंध, कुनो, बनास, बाणगंगा, रूपरेल, गंभीरी और मेज नदी. इस परियोजना की परिकल्पना राजस्थान के झालावाड़, कोटा, बूंदी, टोंक, सवाई माधोपुर, गंगापुर, दौसा, करौली, भरतपुर, अलवर समेत 21 नवगठित जिलों को पानी उपलब्ध कराने के लिए की गई है. यह परियोजना पेयजल आपूर्ति, सिंचाई और औद्योगिक जल की मांग को पूरा करने जैसे विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करेगी.

रेल परियोजनाओं की सौगात : 

इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान को 6500 करोड़ रुपये की लागत की चार रेल परियोजनाओं की सौगात भी देंगे. वे तीन परियोजनाओं का शिलान्यास और एक परियोजना को वर्चुअल लॉन्च करेंगे. प्रधानमंत्री 1204 करोड़ की लागत से 131.27 किलोमीटर लंबी जयपुर-सवाई माधोपुर रेल लाइन का शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा 1634 करोड़ की लागत से 178.20 किलोमीटर लंबी अजमेर-चंदेरिया (चित्तौड़गढ़) रेल लाइन और 3086 करोड़ रुपये की लागत से 271.97 किलोमीटर लूणी-समदड़ी-भीलड़ी रेल लाइन के दोहरीकरण कार्य का भी शिलान्यास किया जाएगा. वहीं, 604 किलोमीटर लंबी भीलड़ी-समदड़ी-लूणी-जोधपुर-मेड़ता रोड-डेगाना-रतनगढ़ रेल लाइन के विद्युतीकरण कार्य का वर्चुअल लोकार्पण होगा.

3 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे : 

जयपुर के दादिया में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा भले ही एक सरकारी आयोजन हो, लेकिन भाजपा संगठन भी इस जनसभा की तैयारियों में जुटा हुआ है. प्रदेश भाजपा कार्यालय पर लगातार बैठकों का दौर जारी है और अलग-अलग मोर्चों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. भाजपा ने इस सभा में 3 लाख से अधिक लोगों के शामिल होने का दावा किया है. भीड़ जुटाने के लिए सत्ता और संगठन दोनों ही टारगेट बेस पर काम कर रहे हैं. विधायकों और मंडल अध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई है.

पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के 52 हजार बूथों से 6 हजार बसों और 20 हजार से ज्यादा छोटे वाहनों से कार्यकर्ता और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थी बड़ी संख्या में आएंगे. उन्होंने कहा कि हर बूथ से तीन से चार लोग इस जनसभा में पहुंच रहे हैं. यह जनसभा अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा. राठौड़ ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और राजस्थान के मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आपसी भागीदारी का नया इतिहास रचा जाएगा. राठौड़ ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ERCP पर एतराज जताते थे, जबकि इस सरकार में स्वयं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री इसमें शामिल हो रहे हैं.

राजस्थान को मिलेगी सबसे बड़े बांध की सौगात :

कोटा जिले की पीपलदा विधानसभा क्षेत्र में काली सिंध नदी पर बने नोनेरा एबरा बांध का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जयपुर से करेंगे. यह बांध प्रदेश की महत्वाकांक्षी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के तहत बनाया गया है। इस बांध को “ईआरसीपी योजना का हार्ट” कहा जा रहा है और इसे 21 जिलों की जल आपूर्ति व सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है.

जयपुर में समारोह, पीएम देंगे सौगात :

राजस्थान सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जयपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परियोजना का लोकार्पण करेंगे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समेत केंद्रीय व राज्य मंत्री उपस्थित रहेंगे. प्रधानमंत्री इस बांध के साथ-साथ ईआरसीपी के तहत 21 जिलों में पानी पहुंचाने की योजना के लिए भी आधारशिला रखेंगे.

क्या है नोनेरा एबरा बांध ? : 

नोनेरा एबरा बांध ईआरसीपी योजना का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस बांध का निर्माण 601 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है. इसका उद्देश्य 37,500 करोड़ रुपये की इस परियोजना के माध्यम से 21 जिलों की पेयजल और सिंचाई जरूरतों को पूरा करना है. इस योजना से करीब 62 लाख लोगों को पीने का पानी और 2 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराया जाएगा.

170 किमी दूर तक पहुंचेगा नदियों का अतिरिक्त पानी : 

नोनेरा एबरा बांध में हाड़ौती क्षेत्र की नदियों का अतिरिक्त पानी संग्रहित किया जाएगा और उसे 170 किलोमीटर दूर तक ले जाया जाएगा. इसके लिए पंपिंग स्टेशन, ग्रेविटी चैनल, सुरंग, पुलिया और कैनाल का निर्माण किया जा रहा है. नोनेरा एबरा बांध में कुल 27 गेट हैं और इसकी ऊंचाई सतह से 26 मीटर है. इस बांध में 226.65 मिलियन घन मीटर पानी इकट्ठा किया जा सकेगा. इससे 752 गांवों को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा. बांध के निर्माण से इटावा और दीगोद उपखंडों के किसानों को विशेष लाभ होगा. जल संग्रहण के साथ क्षेत्र के जल स्तर में सुधार होगा, जिससे नलकूपों और कुओं में पानी की उपलब्धता बढ़ेगी.

पानी की टेस्टिंग पूरी, बांध तैयार :

इस मानसून सत्र में बांध के जलभराव की टेस्टिंग पूरी की गई. निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जलसंसाधन विभाग को बांध सौंप दिया गया है. अब इसके जरिए जल आपूर्ति की योजनाओं को तेजी से अमल में लाया जाएगा. नोनेरा एबरा बांध के उद्घाटन से राजस्थान के 21 जिलों के लाखों लोगों के लिए यह दिन ऐतिहासिक साबित होगा. इस परियोजना से प्रदेश के जल संकट का समाधान और कृषि क्षेत्र को नई ऊर्जा मिलेगी.


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