

नई दिल्ली। रोमन कैथोलिक चर्च के प्रथम लैटिन अमेरिकी पोप फ्रांसिस का लंबी बीमारी के बाद सोमवार सुबह यानी ईस्टर मंडे को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे और इस वर्ष दोहरे निमोनिया से पीड़ित होने के बाद 38 दिनों तक भर्ती रहे।
पोप फ्रांसिस के निधन पर दुनिया भर के दिग्गजों ने दुख व्यक्त किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पीएम मोदी ने भी दुख जताया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि पोप भारतीयों को लेकर खास स्नेह रखते थे। इस बीच पोप के निधन पर भारत में तीन दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है।

*भारत में तीन दिन का राजकीय शोक*

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गृह मंत्रालय ने पोप फ्रांसिस के निधन पर सम्मान के तौर पर तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की। पोप फ्रांसिस के सम्मान के तौर पर पूरे भारत में तीन दिवसीय राजकीय शोक मनाया जाएगा। मंगलवार, 22 अप्रैल, 2025 और बुधवार, 23 अप्रैल, 2025 को दो दिवसीय राजकीय शोक रहेगा। इसके अलावा अंतिम संस्कार के दिन एक दिवसीय राजकीय शोक रहेगा। राजकीय शोक की अवधि के दौरान, पूरे भारत में उन सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, जहां नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, और कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा।
*भारतीयों को लेकर खास स्नेह रखते थे पोप: पीएम मोदी*
पीएम नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस की मौत पर गहरा दुख जताया है। वेटिकन सिटी में मौत की घोषणा सोमवार सुबह ही की गई है। दुनिया के अन्य गणमान्य व्यक्तियों व नेताओं ने भी पोप फ्रांसिस की मौत पर अपनी संवेदना प्रकट की है। पिछले चार वर्षों में दो बार पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात हुई है। मोदी ने कहा कि धर्मगुरू पोप फ्रांसिस की मौत पर बहुत ही गहरा सदमा लगा है। दुख की इस घड़ी में मैं वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। पोप फ्रांसिस हमेशा अपनी करुणा, नम्रता और आध्यात्मिक साहस के लिए पूरी दुनिया में आदर के पात्र रहेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने लार्ड क्राइस्ट के प्रति हमेशा अपने को समर्पित रखा है। उन्होंने बहुत मनोभाव से गरीबों और पिछड़ों की सेवा की है। पीड़ा से गुजर रहे लोगों के लिए वह उम्मीद की किरण रहे हैं। मैं बहुत ही प्रेम से उनके साथ अपनी मुलाकात को याद करता हूं। उनकी समावेशी और समग्र विकास को लेकर प्रतिबद्धता ने मुझे बहुत प्रेरित किया है भारतीयो के प्रति उनका स्नेह हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी आत्मा को ईश्वर के यहां शांति मिले।
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